Numerology: ज्योतिष की एक शाखा अंक ज्योतिष भी है जिसमें जातक के मूलांक और भाग्यांक को ध्यान में रखकर उनके जीवन के बारे में बताया जाता है. इसमें मूलांक की गणना जन्म की तारीख और भाग्यांक की गणना जन्म की तारीख, महीना और वर्ष की संख्या को जोड़कर की जाती है. बता दें कि मूलांक और भाग्यांक दोनों की संख्या 1 से लेकर 9 तक होती है और हर संख्या का अपने विशेष महत्व बताया गया है. साथ ही यह भी बताया गया है कि कौन सा मूलांक और भाग्यांक किस ग्रह से रूल होता है. 


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अंक ज्योतिष में एक से लेकर 9 के नंबर नवग्रहों में से अलग-अलग का प्रतिनिधित्व करते हैं. ये नवग्रह समय-समय पर राशि परिवर्तन करते हैं और इनका सभी पर असर देखने को मिलता है. ऐसे में किसी भी व्यक्ति की जन्म तिथि के आधार पर उसके सोच-विचार, करियर, आर्थिक स्थिति के बारे में बताया जाता है. 


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ऐसे में अक ज्योतिष के अनुसार जिस भी जातक का जन्म किसी भी महीने की 1, 10, 19 या 28 तारीख को हुआ है उसका मूलांक 1 बताया गया है. इन तारीखों के नंबर को आपस में जोड़ने पर संख्या 1 आती है. ऐसे में मूलांक एक को सूर्य ग्रह के प्रभाव में बताया गया है. इस मूलांक के जातक बेहद प्रतिभावान और प्रभावशाली व्यक्तित्व के धनी होते हैं. इनको स्वतंत्रता पसंद है. इन्हें अपने तरीके से काम करना पसंद होता है. 


इस मूलांक के जातक ऊपर से नारियल की तरह कठोर और अंदर से मोम की तरह नरम होते हैं. इनका प्रेम संबंधन लंबा चलनेवाला नहीं होता है. संतान से यह अधिक प्रेम करते हैं. हालांकि उसे जाहिर करने में उन्हें दिक्कत होती है. इन्हें इनके रूलर स्वभाव के कारण इन्हें हमेशा पसंद नहीं किया जाता है. 


इस मूलांक के जातक सर्दी-जुकाम, लू, जोड़ों के दर्द, पीठ दर्द, बुखार जैसी बीमारियों के चपेट में रहते हैं. इनको मानसिक तनाव भी ज्यादा रहता है. ये जातक अपने करियर को लेकर काफी सचेत रहते हैं. सफलता हमेशा इनके साथ चलती है. संगीत में ऐसे जातकों की खूब रूची होती है. इनकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती है. इनको अगर धन से संबंधित समस्या कभी आ भी जाए तो इनके मित्र इनकी सहायता के लिए तत्पर होते हैं.