Sharad Purnima 2024 Kheer: शरद पूर्णिमा पर क्यों बनाई जाती है खीर? जानें 2024 की खास तिथि
शरद पूर्णिमा का पर्व हर साल अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाया जाता है. इस दिन का विशेष महत्व है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस रात चंद्रमा पृथ्वी के सबसे नजदीक होता है और अपनी चांदनी से अमृत की वर्षा करता है. इसे रास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है.
Sharad Purnima 2024 Kheer: शरद पूर्णिमा का पर्व हर साल अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाया जाता है. इस दिन का विशेष महत्व है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस रात चंद्रमा पृथ्वी के सबसे नजदीक होता है और अपनी चांदनी से अमृत की वर्षा करता है. इसे रास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. शरद पूर्णिमा पर खीर का एक खास महत्व है, आइए जानते हैं कि साल 2024 में शरद पूर्णिमा कब है और खीर क्यों बनाई जाती है.
शरद पूर्णिमा 2024 की तिथि
आचार्य मदन मोहन के अनुसार साल 2024 में शरद पूर्णिमा 16 अक्टूबर की रात 07:56 बजे से शुरू होगी और इसका समापन 17 अक्टूबर की शाम 04:37 बजे होगा. यह पर्व चंद्रमा की उपासना और खीर बनाने की विशेष परंपरा के लिए जाना जाता है.
खीर का महत्व
आचार्य के अनुसार शरद पूर्णिमा की रात को चंद्रमा अपनी चांदनी से अमृत वर्षा करता है, ऐसी मान्यता है. इसलिए इस दिन खीर को रातभर चांदनी में रखा जाता है ताकि उसमें चंद्रमा की अमृतमयी किरणें समा सकें. माना जाता है कि इस खीर का सेवन करने से शरीर स्वस्थ रहता है और कई प्रकार की बीमारियों से बचाव होता है. यह परंपरा सदियों से चली आ रही है और लोगों का विश्वास है कि इस खीर में औषधीय गुण होते हैं.
शुभ मुहूर्त
शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की पूजा करने का विशेष महत्व है. इस साल पूजा का शुभ समय शाम 05:05 बजे से शुरू होगा, जो चंद्रोदय का समय है. इस समय स्नान करके चंद्रमा की उपासना करनी चाहिए और खीर को चांदनी में रखने की परंपरा निभानी चाहिए.
खीर बनाने के लिए आवश्यक सामग्री
बासमती चावल: 1/2 कप (धोकर भिगोए हुए)
दूध: 2 लीटर
चीनी: 1 कप (स्वादानुसार)
इलायची: 4-5 (दरदरी पीसी हुई)
बादाम: 10-12 (बारीक कटे हुए)
काजू: 10-12 (बारीक कटे हुए)
किशमिश: 2 बड़े चम्मच
केसर: कुछ धागे
घी: 1 बड़ा चम्मच
नारियल का बुरादा: 1 बड़ा चम्मच
खीर बनाने की विधि
चावल को भूनें: सबसे पहले घी गर्म करें और उसमें भिगोए हुए चावल को हल्का सुनहरा होने तक भूनें.
दूध उबालें: फिर दूध डालें और धीमी आंच पर उबालें। दूध को तब तक पकाएं जब तक उसकी मात्रा आधी न रह जाए.
चीनी और इलायची मिलाएं: जब दूध गाढ़ा हो जाए, तब उसमें चीनी और इलायची डालकर अच्छी तरह मिलाएं.
सूखे मेवे डालें: इसके बाद कटे हुए बादाम, काजू और किशमिश डालकर पकाएं.
केसर मिलाएं: थोड़े से गर्म दूध में केसर को भिगोकर खीर में डालें.
सजाएं: गैस बंद कर दें और खीर को ठंडा होने के लिए छोड़ दें. फिर नारियल के बुरादे से सजाकर इसे परोसें.
शरद पूर्णिमा की खीर खाने से स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होते हैं, और इसे बनाना भी सरल है.
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