AK-47 मामले में RJD नेता को जमानत, 90 दिनों में चार्जशीट फाइल नहीं कर सकी पुलिस
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AK-47 मामले में RJD नेता को जमानत, 90 दिनों में चार्जशीट फाइल नहीं कर सकी पुलिस

जबलपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से 60 से 70 संख्या में निकली एके-47 में से मुंगेर पुलिस ने अब तक 22 एके-47, जिंदा कारतूस के साथ-साथ भारी मात्रा में पार्ट्स की बरामदगी की थी.

आरजेडी नेता को मिली जमानत.

प्रशांत, मुंगेर : एके-47 मामले में बीते तीन महीने से मुंगेर मंडल कारा में बंद राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता परवेज चांद और खड़गपुर प्रखंड के मुंढेरी पंचायत के मुखिया कुंदन मंडल को शुक्रवार को जमानत मिल गई. जिला एवं सत्र न्यायाधीश ध्रुव कुमार यादव ने उनकी जमानत याचिका मंजूर कर ली है.

बताया जाता है कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मिर्जापुर बरदह निवासी पूर्व जिला पार्षद और युवा आरजेडी के पूर्व जिला अध्यक्ष परवेज चांद को लोकसभा चुनाव के समय पुलिस ने एके-47 मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा था. मुफस्सिल थाना कांड संख्या 334/18, 352/18, 353/18 और 357/18 में अप्राथमिकी अभियुक्त बनाते हुए पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन 90 दिन के अंदर मुंगेर पुलिस द्वारा चार्जशीट न्यायालय में समर्पित नहीं करने के कारण जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने जामनत अर्जी मंजूर कर ली.

मुफस्सिल थाना कांड संख्या 334/18 के अप्राथमिकी अभियुक्त हवेली खड़गपुर प्रखंड के मुंढेरी पंचायत के मुखिया कुंदन मंडल की जमानत याचिका को समय पर चार्जशीट न्यायालय में समर्पित नहीं करने पर जिला एवं सत्र न्यायालय द्वारा मंजूरी दी गई. विदित हो कि मुफस्सिल थाना कांड संख्या 357/18 में कुंदन मंडल को उच्च न्यायालय से जमानत पहले ही मिल चुकी है. दोनों को शुक्रवार को जमानत मिल गई.

दरअसल, जबलपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से 60 से 70 संख्या में निकली एके-47 में से मुंगेर पुलिस ने अब तक 22 एके-47, जिंदा कारतूस के साथ-साथ भारी मात्रा में पार्ट्स की बरामदगी की थी. वहीं, इस मामले में युवा आरजेडी के जिलाध्यक्ष परवेज चांद का नाम तब आया था जब जमालपुर में पहली बार तीन एके-47 के साथ इमरान की गिरफ्तारी हुई थी. यहां से पुलिस ने दो एके-47 और 6 मैगजीन बरामद की थी. वहीं, आमना खातून की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ के दौरान परवेज चांद का नाम सामने आया था.

इस मामले में मुख्य अभियुक्त शमशेर के भाई नियाजुल (सेना का जवान) ने भी परवेज का नाम कबूला था. पुलिस ने अनुसंधान के क्रम में पाया कि एके-47 के मामले में गिरफ्तार अभियुक्त तस्करों का हथियार अपने घर में छुपाकर रखता है, जिससे पुलिस उन पर शक ना कर सके. इसके एवज में तस्करों से मोटी रकम लेता था.

2019 के लोक सभा चुनाव में मुंगेर कांग्रेस प्रत्याशी नीलम देवी और उनके पति अनंत सिंह के साथ फोटो वायरल होने के बाद परवेज चांद की गिरफ्तारी का वारंट निकाला गया था. पुलिस ने 19 अप्रैल को परवेज चांद को बरदह गांव से उनके आवास से गिरफ्तार किया था.

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कुंदन मंडल अंतर्राष्ट्रीय हथियार तस्कर था. उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं. वर्तमन में वह खड़गपुर प्रखंड के मुंढेरी पंचायत का मुखिया है. एके-47 मामले में मंजर आलम ने पांच हजार इंसास की गोली कुंदन मंडल को सप्लाई की थी, जिसके बाद उसकी गिरफ्तारी की थी.

लेकिन अब जमानत मिलने के बाद पुलिस के कार्यशैली पर सवाल खड़ा हो गया. अखिर 90 दिनों के अंदर पुलिस ने न्यायालय में चार्जशीट दाखिल क्यों नहीं किया. जबकि दोनों एके-47 ममालों में दर्ज प्राथमिकी में नामजद नहीं थे. पुलिसिया अनुसंधान में इन दोनों का नाम आया और दोनों को एके-47 के कई कांडों में अप्राथमिकी अभियुक्त बनाया गया था.