अनंत सिंह के बचाव में उतरी RJD, कहा- 'घर में हथियार मिलने का ये मतलब नहीं कि वो आतंकवादी'
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अनंत सिंह के बचाव में उतरी RJD, कहा- 'घर में हथियार मिलने का ये मतलब नहीं कि वो आतंकवादी'

शिवानंद तिवारी ने कहा है कि अनंत सिंह कोई आतंकवादी नहीं हैं. ठीक है उनके घर से हथियार मिला है लेकिन यूएपीए एक्ट का इस्तेमाल आतंकियों के विरुद्ध होना चाहिए. 

 शिवानंद तिवारी अनंत सिंह पर यूएपीए लगाने पर बिफर पड़े.(फाइल फोटो)

पटना: बिहार के बाहुबली विधायक अनंत सिंह पर यूएपीए एक्ट लगाने के बाद बिहार में राजनीति तेज हो गई है. अब आरजेडी नेता अनंत सिंह के बचाव में उतर गए हैं. आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी अनंत सिंह पर यूएपीए लगाने पर बिफर पड़े.

शिवानंद तिवारी ने कहा है कि अनंत सिंह कोई आतंकवादी नहीं हैं. ठीक है उनके घर से हथियार मिला है लेकिन यूएपीए एक्ट का इस्तेमाल आतंकियों के विरुद्ध होना चाहिए. लेकिन केंद्र सरकार ने इसमें संसोधन कर आतंकी और अपराधी के बीच के फर्क को ख़त्म कर दिया है.

 

इस एक्ट का इस्तेमाल करने वाला नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार पहला राज्य बना है. साथ ही शिवानंद तिवारी ने कहा कि अनंत सिंह आज अपराधी हो गए. कभी इन दोनों में गहरी मित्रता थी लेकिन अनंत सिंह ने जिस जेडीयू के नेता खिलाफ चुनाव लड़े उसकी वजह से नीतीश कुमार से अनबन हो गई थी.

वहीं, बीजेपी नेता नवल किशोर यादव ने कहा है कि ये तो प्रशासन तय करेगा कि, कौन आतंकी है और कौन अपराधी है. अनंत सिंह ने गलती की इसलिए आजउनके खिलाफ कार्रवाई हो रही है. पूरी निष्पक्षता के साथ शासन और प्रशासन अपना काम कर रहा है इसलिए ऐसे आरोपों का कोई आधार नहीं है.

साथ ही आपको बता दें कि अनंत सिंह फरार होने के बाद पहली बार कैमरे के सामने आए और अपनी बात रखी है. उन्होंने सभी मामलों पर खुलकर अपनी बात रखी और कहा, 'हमें गिरफ्तार होने से डर नहीं लगता है. अपने बीमार दोस्त को देखने आए हैं. तीन-चार दिन में सरेंडर कर देंगे लेकिन सरेंडर करने से पहले अपने घर जाऊंगा और मीडिया से बात करने के बाद सरेंडर करूंगा.'

अनंत सिंह ने वीडियो में ये भी कहा है कि उन्होंने नीतीश कुमार से मिलने का समय मांगा है लेकिन नीतीश कुमार ने उनसे मिलने का समय नहीं दिया है इसलिए बाद में वो अपने बीमार दोस्त को देखने के लिए आ गए हैं.

आपको बता दें कि अनंत सिंह के लदमा स्थित घर से 16 फरवरी को पुलिस ने एके-47 और हैंड ग्रेनेट बरामद किया था. साथ ही अन्य संदिग्ध सामान भी बरामद की गई थी. पुलिस ने इस मामले में यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया था. साथ ही मामले की जांच में एनआईए भी शामिल हो गई थी और मामले को मुंगेर मामले से जोड़ कर जांच की जा रही है.