लेफ्ट को महागठबंधन में शामिल करने को लेकर RJD ने बताई क्या है अड़चन...
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लेफ्ट को महागठबंधन में शामिल करने को लेकर RJD ने बताई क्या है अड़चन...

लेफ्ट पार्टियों को महागठबंधन में जोड़ने के लिए कांग्रेस अडिग है लेकिन आरजेडी ने मुश्किलों का खुलासा किया है.

शिवानंद तिवारी ने लेफ्ट पार्टियों को महागठबंधन में शामिल करने को लेकर बयान दिया है.

पटनाः लेफ्ट पार्टियों को महागठबंधन में शामिल कराने को लेकर संशय अभी भी बरकरार है. आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने लेफ्ट पार्टियों को महागठबंधन में शामिल कराने को लेकर पेश आ रही कठिनाईयों का जिक्र कर मुश्किलें बढा दी है. वहीं, कांग्रेस का दावा है कि लेफ्ट पार्टियों को हर हाल में शामिल कराया जाएगा. वैसे लेफ्ट पार्टी के नेता बातचीत में होने वाले विलंब को लेकर खासे परेशान जरुर नजर आ रहे हैं.
 
महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर जो हालात दिख रहे हैं, उसके अनुसार लेफ्ट पार्टियों की महागठबंधन में राह आसान नहीं दिख रही. तेजस्वी यादव बातचीत के लिए बिहार लेफ्ट पार्टी के नेताओं को समय नहीं दे रहे. वहीं कांग्रेस चाहती है कि लेफ्ट हर हाल में महागठबंधन में शामिल हो. इधर महागठबंधन में सीटों की चल रही खींचतान के बीच आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी का बड़ा बयान दिया है. शिवानंद तिवारी ने लेफ्ट पार्टियों के महागठबंधन में शामिल कराने को लेकर आ रही दो अर्चनों का खुलासा किया है. 

शिवानंद तिवारी ने कहा है कि वो चाहते हैं कि लेफ्ट पार्टी महागठबंधन में शामिल हों, लेकिन लेफ्ट पार्टी को महागठबंधन में शामिल कराने से पहले जो दल पहले से महागठबंधन में हैं, उनसे सीटों को लेकर बातचीत पूरी करना बेहद जरुरी है. दूसरी परेशानी का जिक्र करते हुए आरजेडी नेता ने कहा कि बिहार में सीटों की संख्या महज 40 ही है. ऐसे में महागठबंधन में सीट शेयरिंग में आरजेडी को कम से कम इतनी सीटें मिलनी चाहिए जिससे उसके वोटर निराश ने हों, और उनमें यह मैसेज न जाए कि आरजेडी महागठबंधन के सेंटर में हैं. जब तक यह सुनिश्चित नहीं होता तब तक बातचीत आगे बढ़ाना काफी मुश्किल है.

महागठबंधन में लेफ्ट पार्टी को शामिल कराए जाने को लेकर कांग्रेस काफी उत्सुक नजर आ रही है. कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता सदानंद सिंह ने कहा है कि लेफ्ट पार्टीज महागठबंधन में जरुर शामिल होगी. दो से तीन दिनों में इसका फैसला हो जाएगा. तेजस्वी यादव भी समय निकालकर बिहार के लेफ्ट पार्टीज के नेताओं के साथ बातचीत कर लेंगे.
 
वहीं, बातचीत में हो रहे विलंब का असर लेफ्ट पार्टी में भी देखने को मिल रहा है. सीपीआई एमएल के राष्ट्रीय महासचिव दिपांकर भट्टाचार्य ने 6 सीटों पर चुनाव लडने का ऐलान कर महागठबंधन को मैसेज दे दिया है.  सीपीआई के राज्य सचिव सत्यनारायण ने कहा है कि लालू प्रसाद के साथ हमारे राष्ट्रीय नेता डी राजा की बातचीत हो चुकी है. कांग्रेस की जन आकांक्षा रैली के दौरान ही उनकी बातचीत तेजस्वी यादव के साथ हुई है. उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही तेजस्वी के साथ लेफ्ट पार्टियों के नेताओं की बैठक होगी. सत्यनारायण ने कहा कि उनकी पार्टी भी छह सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. बिना वाम दल के बीजेपी को बिहार में शिकस्त देना संभव नहीं है.

दरअसल लेफ्ट को छोड दें तो महागठबंधन में पहले से ही छह पार्टियां हैं. 40 सीटों पर चुनाव लडने को लेकर इनके बीच आपसी तालमेल नहीं बन पा रहा है. ऐसे में लेफ्ट की तीन पार्टियां सीपीआई, सीपीआई एमएल और सीपीएम को महागठबंधन में शामिल कराना आरजेडी के लिए आसान नहीं दिख रहा.