Bihar Flood News: सहरसा के नवहट्टा प्रखंड के पूर्वी कोसी तटबंध के भीतर रामपुर गांव में बसे लोगों पर कोसी नदी ने एक बार फिर कहर बरपाया है. कोसी नदी के तेज कटाव से करीब 50 से ज्यादा घर नदी में विलीन हो चुके हैं. पीड़ित परिवार के लोग दाने-दाने को मोहताज हो गए हैं. ऐसे में पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना ने पीड़ित लोगों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया है. पीड़ित लोगों से मिलकर उनका हाल चाल जाना है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पूर्व विधायक ने सरकार पर साधा निशाना
राहत सामग्री में पीड़ित लोगों के लिए चुरा, चीनी, नमक, सरसों तेल, कपड़े, माचिस, मोमबत्ती सहित अन्य जरूरत के सामानों का वितरण किया गया. इस दौरान पूर्व विधायक ने सरकार और जिला प्रसासन के अधिकारियों पर निशाना साधते हुए कहा कि एक तरफ कोसी तटबन्ध के भीतर नदी के कटाव से दर्जनों परिवार का आशियाना उजड़ चुका है, लेकिन प्रसासन के अधिकारी या फिर सरकार के स्थानीय जनप्रतिनिधि इनका हाल तक जानने यहां नही पहुंचे. यह बहुत ही शर्म की बात है. 


प्रशासन के अधिकारियों और स्थानीय जनप्रतिनिधि को यहां आकर इनका हाल जानना चाहिए. जिले के डीएम को आकर यहां देखना चाहिए कि इन लोगों का क्या हाल है. साथ ही पीड़ित परिवार को सरकार की ओर से रिलीफ और राहत सामग्री देनी चाहिए, ताकि पीड़ित परिवार का दर्द कुछ कम हो सके. 


बेगूसराय में गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि के बाद बाढ़ का मंजर
बेगूसराय में गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि के बाद बाढ़ का मंजर बना हुआ है. लोगों के बीच डर देखने को मिल रहा है. वहीं, बाढ़ की वजह से दियारा इलाके में लोगों का जीना दुर्लभ हो गया है. लोग जान हाथ में लेकर अपने रोजमर्रा के कामों के लिए आर-पार करने को विवश है. वहीं, बाढ़ की पानी आने के बाद लोग घर छोड़कर पलायन करने को मजबूर हो गए हैं. उनके घरों में पानी प्रवेश कर चुका है, सड़कों पर पानी आ चुका है. लोग इस बात के कारण काफी परेशान है. लोग त्राहिमाम हो रहे हैं. 


ये भी पढ़ें: Earthquake: बिहार-झारखंड में भूकंप के तेज झटके, भागलपुर से लेकर गोड्डा तक सहम गए लोग


लोग जान जोखिम में डालकर आने-जाने को मजबूर 
मुख्य सड़क पर पानी आने के बाद गांव के लोगों से संपर्क टूट गया है. वहीं, लोग जान जोखिम में डालकर आने-जाने को मजबूर है. नाव पर ओवरलोडिंग के कारण लोग जान जोखिम में डालकर नाव की सवारी कर रहे हैं. तेज हवा के कारण ओवरलोडिंग में नाव डगमगा गया, जिससे लोगों की सांस थोड़ी देर के लिए रुक गई थी. खासकर बलिया अनुमंडल के मीर अली पुर ,बहादुर नगर सहित तकरीबन 5 पंचायत का अनुमंडल मुख्यालय से संपर्क भंग हो गया है. सड़क पर तकरीबन 6 फीट से अधिक पानी भरा हुआ है. जिससे लोग जान हाथ में लेकर आर-पार करने को मजबूर हैं. वहीं, लोगों के द्वारा बताया गया कि तकरीबन 20 से 22 हजार की आबादी प्रभावित होने के बावजूद प्रशासन के द्वारा सिर्फ दो नाव मुहैया कराई गई है.


ये भी पढ़ें: 'नीतीश बाबू के प्यारे अफसर', गिरते और टूटे पुल पर RJD ने किया जोरदार अटैक


लोग पलायन करने को विवश
नाव पर ओवरलोडिंग होने के कारण लोगों के जीवन पर खतरा बना हुआ है. वहीं, लोगों के द्वारा बताया गया कि लंबे समय से यहां पुल की मांग की जा रही है, लेकिन प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों के द्वारा सिर्फ आश्वासन की घुट्टी पिलाई जा रही है. अब तक पुल का निर्माण नहीं किया गया है. वहीं, दूसरी ओर पशुपालकों के लिए भी पशु चारे की समस्या बनी हुई है. लोग अपने पशुओं को लेकर सुरक्षित स्थान की खोज में पलायन करने को विवश है. 


इनपुट - विशाल कुमार, जितेन्द्र चौधरी


बिहार की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें Bihar News in Hindi और पाएं Bihar latest News in Hindi  हर पल की जानकारी. बिहार की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार. जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!