Saharsa-Amitsar Garib Rath Express: सहरसा से अमृतसर जाने वाली गरीब रथ एक्सप्रेस ट्रेन में अब राजधानी वाली फीलिंग आने वाली है. इस ट्रेन में अब जर्मन तकनीक वाले यानी एलएचबी कोच लगाए जाएंगे. ये डिब्बे राजधानी एक्सप्रेस में लगाने के लिए जर्मनी से आयात किए गए थे. बता दें कि देश में गरीब रथ की शुरुआत पांच अक्टूबर 2006 को हुई थी. तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने गरीब लोग भी सस्ते में एसी ट्रेन में सफर कर सकें, इसके लिए गरीब रथ ट्रेन शुरू की थी. देश की सबसे पहली गरीब रथ एक्सप्रेस सहरसा से अमृतसर के लिए चली थी. अब इस ट्रेन का लुक पूरी तरह से बदलने वाला है. आगामी 07 अगस्त को अमृतसर से सहरसा और 08 अगस्त को सहरसा से अमृतसर के लिए जाने वाली गरीब रथ सुपरफास्ट नए लुक में चलेगी. 


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आईसीएफ (ICF) कोच से बदलकर गरीब रथ सुपरफास्ट नई चमचमाती इकोनॉमिक एसी एलएचबी कोच में पूरी तरह से बदल जाएगी. जर्मन तकनीक वाले डिब्बे लगाए जा रहे हैं. इन्हीं डिब्बों को एचएचबी कोच कहा जाता है. इन डिब्बों को पहले जर्मनी से आयात किया गया था. बाद में इसे भारत में ही बनाया जाने लगा. मतलब पूरी ट्रेन नये एसी इकोनॉमिक कोच में बदल जायेगी. ट्रेन में कोच की संख्या के अलावा बर्थ में भी इजाफा होगा. 


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एलएचबी कोच लगने के बाद ट्रेन की स्पीड बढ़ेगी. पूरी तरह से एलएचबी कोच साउंड प्रूफ होगी.आइसीएफ कोच के मुकाबले एलएचबी कोच में यात्रियों को आधुनिक सुविधा मिलेगी. चेयर कार हटाने के बाद 10 कोच की ट्रेन में बढ़ोतरी होगी. एसी इकोनॉमिक कोच के साथ गरीब रथ चलने के बाद किराये में कोई अंतर नहीं होगा. इस ट्रेन को चलाने का उद्देश्य यह था कि गरीब आदमी भी कम किराये में एसी में सफर कर सके.