बिहार: शक्ति सिंह गोहिल का इस्तीफा बना चर्चा का विषय, ट्विटर पर खुद को बता रहे कांग्रेस प्रभारी
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बिहार: शक्ति सिंह गोहिल का इस्तीफा बना चर्चा का विषय, ट्विटर पर खुद को बता रहे कांग्रेस प्रभारी

कांग्रेस में इस्तीफे को लेकर चल रही नूरा कुस्ती एक नयी तस्वीर सामने आई है. लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन की जिम्मेवारी लेते हुए राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. लेकिन राहुल गांधी का इस्तीफा पार्टी ने स्वीकार नहीं किया है. 

प्रदेश के तमाम बडे नेताओं ने एक सुर में गोहिल को हार के लिए जिम्मेवार मान रखा है.

पटना: कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल बिहार प्रभारी के पद से इस्तीफा दे चुके हैं. लेकिन उनका इस्तीफा शायद आईवॉश ही है. क्योंकि इसकी बानगी गोहिल के ट्विटर अकाउंट को देखने को मिल रही है. गोहिल आज भी खुद को बिहार कांग्रेस के प्रभारी बता रहे हैं. सियासी गलियारे में कांग्रेस में इस्तीफे को लेकर चल रही नूरा कुस्ती पर रुलिंग पार्टी ने हमला बोल दिया है. 

कांग्रेस में इस्तीफे को लेकर चल रही नूरा कुस्ती एक नयी तस्वीर सामने आई है. लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन की जिम्मेवारी लेते हुए राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. लेकिन राहुल गांधी का इस्तीफा पार्टी ने स्वीकार नहीं किया है. राहुल की ही तरह बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने भी प्रभारी पद से इस्तीफा आलाकमान को सौंप दिया है. 

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चर्चा इस बात की है कि गोहिल वापस बिहार में अब दुबारा नहीं आएंगे. लेकिन इस चर्चा पर विराम इसलिए लग चुका है क्योंकि गोहिल ने अपने ट्विटर अकाउंट पर आज भी खुद को बिहार कांग्रेस प्रभारी बता रखा है. बिहार कांग्रेस के नेता चन्द्रप्रकाश भी मानते हैं कि किसी एक या दो नेता के इस्तीफे से पार्टी की हार मसला नहीं सुलझनेवाला है. हमने राहुल गांधी से भी इस्तीफा वापस लेने की अपील की है और शक्ति सिंह गोहिल का भी इस्तीफा स्वीकार नहीं करने के लिए आलाकमान से अनुरोध किया है. ऐसे में ट्विटर पर क्या लिखा है उससे कोई ज्यादा फर्क नहीं पडता.  

इधर जेडीयू ने कांग्रेस में इस्तीफे को लेकर चल रही नूरा कुस्ती पर चुटकी ली है. पार्टी के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि कांग्रेस में इस तरह की परंपरा पुरानी रही है. राहुल गांधी ने इस्तीफा दिया था उसका नतीजा सबके सामने है. शक्ति सिंह गोहिल भी इसी इंतजार में हैं की राहुल गांधी की तरह की उनकी वापसी फिर हो जाएगी. इसी वजह से उन्होंने ट्विटर एकाउंट पर अपना स्टेटस चेंज नही किया है.

अपने इस्तीफे को लेकर शक्ति सिंह गोहिल ने भले ही कोई रणनीति तय कर रखी हो लेकिन इतना तो तय है कि बिहार कांग्रेस में शक्ति सिंह गोहिल की वापसी अब आसान नहीं रहने वाली. क्योंकि प्रदेश के तमाम बडे नेताओं ने एक सुर में गोहिल को हार के लिए जिम्मेवार मान रखा है.