सहरसा : कहते हैं कि स्कूल शिक्षा का मंदिर होता है और उसमें ज्ञान देने वाला गुरु एक शिष्य के लिए भगवान. लेकिन जब गुरु अपने शिष्य को अच्छी शिक्षा देने बजाय उसके साथ गंदी हरकत करे तो उसे क्या कहेंगे? जी हां, ऐसा ही एक गुरु-शिष्य के रिश्ते को तारतार करने का मामला सामने आया है. गुरुवार को पीड़ित बच्चे के परिजनों ने सदर थाना में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है.


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मामला सहरसा सदर थाना क्षेत्र के न्यू कॉलोनी स्थित मध्य विद्यालय का है. पांचवीं कक्षा के छात्र ने स्कूल के प्रधानाध्यापक शैलेन्द्र कुमार यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि स्कूल से छुट्टी होने के बाद उसे एक्स्ट्रा क्लास के बहाने रोक लेते थे और उसके साथ गंदी हड़कत करते थे. 


पीड़ित बच्चे ने बताया कि प्रधानाध्यापक द्वारा एक महीने से इस तरह का हरकत किया जा रहा था. साथ ही किसी से कुछ नहीं बताने के लिए कहा जाता था. पीड़ित बच्चे के पिता ने स्कूल के प्रधानाध्यापक पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके द्वारा मेरे बच्चे के साथ गलत और अनैतिक संबंध बनाने का दबाव दिया जा रहा था. 


बच्चे ने मां को बताया सारी बात
बच्चे के पिता ने कहा कि बच्चे के साथ अश्लील हरकत किए जा रहे थे. वह बहुत परेशान हो गया था. पूछने पर अपनी मां को सारी उसने सारी बात बताई. साथ ही उन्होंने कहा कि बच्चे को किसी से कुछ नहीं कहने के लिए धमकी दी जाती थी.


पूरे मामले पर सदर एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी ने बताया कि पीड़ित छात्र ने स्कूल के प्रधानाध्यापक पर अप्राकृतिक यौनाचार के प्रयास करने का आरोप लगाया है. पीड़ित के आवेदन पर लैंगिक अपराधों से बालकों के संरक्षण अधिनियम और भारतीय दंड विधान के धाराओं के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज की जा रही है. फिलहाल प्रधानाध्यापक की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.