मुजफ्फरपुर में तेजस्वी यादव के लापता होने का पोस्टर लगाया गया है. जिसमें लिखा है कि ढूंढने वालों को नकद इनाम दिया जाएगा.
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मुजफ्फरपुरः बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के राज्य के राजनितिक परिदृश्य से अचानक गायब होने को लेकर चर्चा का विषय बन गया है. हालांकि, आरजेडी नेता और महागठबंधन के सहयोगी दल के नेता तेजस्वी यादव का बचाव कर रहे हैं. लेकिन यह सवाल लगातार बिहार के सियासी गलियारों में तेजी से फैल रहा है. वहीं, अब तेजस्वी यादव के लापता होने के पोस्टर भी लगाए जाने लगे हैं.
तेजस्वी यादव लोकसभा चुनाव के बाद से सक्रिय राजनीति से गायब हो गए हैं. वहीं, तेजस्वी यादव के गायब होने का मुद्दा तब और गरमा गया जब मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से 100 से अधिक बच्चों की मौत हो गई. तेजस्वी यादव अक्सर सामाजिक मुद्दों पर अपने ट्विटर से ट्वीट करते हैं. साथ ही सरकार की आलोचना का मौका जानें नहीं देते हैं. ऐसे में उनका एकाएक राजनीतिक सक्रियता गायब हो जाना सबके मन में सवाल खड़े कर रहे हैं.
बिहार में चमकी बुखार की इतनी बड़ी त्रासदी चल रही है. बच्चों की मौत लगातार हो रही है, लेकिन प्रतिपक्ष नेता तेजस्वी यादव इस घटना पर चुप्पी साधे हुए हैं. साथ ही वह दिखाई भी नहीं दे रहे हैं. किसी को मालूम भी नहीं है कि वह कहां चले गए हैं.
Bihar: Poster announcing a reward of Rs 5100 for the person who finds Tejashwi Yadav, seen in Muzaffarpur. pic.twitter.com/1gO6CUc5J6
— ANI (@ANI) June 21, 2019
वहीं, अब तेजस्वी यादव के लापता होने के पोस्टर भी लगाए जा रहे हैं. मुजफ्फरपुर में तेजस्वी यादव के लापता होने के पोस्टर लगाए गए हैं. साथ ही उनको ढुंढने के लिए इनाम भी रखा गया है.
मुजफ्फरपुर के एक सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने तेजस्वी यादव का पोस्टर लगावाया है. जिसमें लिखा है 'नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जी लापता हैं. उनको ढूंढने वाले को 5100 रुपये का नकद इनाम दिया जाएगा. वह लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद से लापता हैं.'
गौरतलब है कि आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज सिन्हा ने हाल ही में कहा था कि वह दिल्ली में हैं. लेकिन जब इस बात का पता लगाया गया तो इस बात की कोई पुष्टि नहीं हुई की वह दिल्ली में है. वहीं, कई नेताओं ने कहा था कि वह क्रिकेट विश्व कप देखने के लिए गए हैं.
वहीं, जीतनराम मांझी ने तेजस्वी यादव के गायब होने पर कहा था कि वह अनुभवी नहीं है. वह लोकसभा चुनाव में हुई हार से थोड़े सहज महसूस नहीं कर रहे होंगे इसलिए वह कहीं चले गए हैं. उन्होंने 200 से अधिक सभाएं भी की थी इसलिए वह अपनी थकान कम कर रहे होंगे. वह विधानसभा सत्र में जरूर हिस्सा लेंगे.