13 प्वाइंट रोस्टर के खिलाफ तेजस्वी आज करेंगे दिल्ली में मार्च, PM को लिखा था खुला पत्र
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13 प्वाइंट रोस्टर के खिलाफ तेजस्वी आज करेंगे दिल्ली में मार्च, PM को लिखा था खुला पत्र

 बुधवार को तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री मोदी के नाम खुला पत्र लिखा था. यह पत्र आरक्षण के मुद्दे पर लिखा गया है.

तेजस्वी यादव दिल्ली में मंडी हाउस से लेकर संसद तक पैदल मार्च करेंगे. (फाइल फोटो)

आसिफ एकबाल/पटना: नेता प्रतिपक्ष और लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव 13 प्वाइंट के विभागवार रोस्टर के खिलाफ दिल्ली में आज मार्च करेंगे. तेजस्वी यादव दिल्ली में मंडी हाउस से लेकर संसद तक पैदल मार्च करेंगे. 

आरजेडी ने इस मार्च के लिए सभी लोगों से शामिल होने की अपील की है. उन्होंने ट्वीट कर अपील करते हुए लिखा है, 'सभी साथियों से अपील है कि मनुवादी नागपुरी सरकार द्वारा बहुजनों का गला काटकर विश्वविद्यालयों में साज़िशन 13 प्वाइंट रोस्टर लागू करने के विरोध में कल 31, जनवरी को मंडी हाउस से संसद मार्ग तक के विशाल पैदल मार्च में शामिल होकर इनकी ईंट से ईंट बजायें.'

आपको बता दें कि बुधवार को तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री मोदी के नाम खुला पत्र लिखा था. यह पत्र आरक्षण के मुद्दे पर लिखा गया है. उन्होंने पत्र के द्वारा आरक्षण को लेकर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि आरक्षण को लेकर साजिशन छेड़छाड़ की जा रही है. साथ ही सरकार के विरोध में दिल्ली में मार्च करने की भी बात कही है.

 

तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी के नाम लिखे खुले पत्र में आरक्षण का मुद्दा उठाया है. उन्होंने यूनिवर्सिटी में 13 प्वाइंट रोस्टर लागू करना का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि संविधान प्रदत आरक्षण की धज्जियां उड़ाई जा रही है. पहले जहां यूनिवर्सिटी को युनिट मानकर 200 प्वाइंट रोस्टर के जरिए बहाली होती थी, वहीं अब 13 प्वाइंट के विभागवार रोस्टर की साजिश अपनाई गई है.

उन्होंने पत्र के द्वारा सीधे-सीधे आरक्षण के मामले में सरकार पर आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने कहा है कि 13 प्वाइंट रोस्टर लागू होने से आदिवासी को नेशन इमेजिनेशन से ही बाहर कर दिया है. यह आरक्षण की हत्या जैसी है.

आपको बता दें कि आरजेडी सवर्ण आरक्षण के लागू नहीं करने को लेकर संसद में विरोध किया था. वहीं, लागू होने के बाद भी सरकार पर आरोप लगा रहे हैं. हालांकि आरजेडी के नेता लगातार अपना बयान बदल कर कह रहे हैं कि वह सवर्ण आरक्षण के विरोधी नहीं है. वहीं, उनका कहना है कि सवर्ण आरक्षण की वजह से बहुजनों का आरक्षण का गला घोंटा जा रहा है.