नवजात को बधार में छोड़ आई मां, खेत पटा रहे किसान की नजर पड़ी तो नसीब हुई ममता की छांव
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नवजात को बधार में छोड़ आई मां, खेत पटा रहे किसान की नजर पड़ी तो नसीब हुई ममता की छांव

Jehanabad news: इलाज कर रहे चिकित्सक डॉ चंद्रशेखर ने बताया कि बच्चे का जन्म आज ही 4-5 घंटे पहले हुआ है. इसकी हालत अभी बहुत अच्छी नहीं है. 

नवजात को बधार में छोड़ आई मां, खेत पटा रहे किसान की नजर पड़ी तो नसीब हुई ममता की छांव.

Jehanabad: जाको राखे सइयां मार सके न कोई, ये कहावत चरितार्थ होती है जहां एक कलयुगी मां ने बुधवार को अपने नवजात शिशु को गांव से दूर बधार में छोड़ उसके सर से ममता का आंचल खींच लिया. गेंहू की खेत पटा रहे एक किसान की नजर पड़ी तो वह अपनी पत्नी को बुलाया जिसके बाद महिला की ममता जगी और बच्चे को ममता की छांव दोबारा नसीब हो गई. 

मामला कड़ौना ओपी क्षेत्र के सोहे गांव के बधार की है. जहां गेंहू के खेत मे नवजात शिशु पड़ा मिला. बताया जाता है कि सोहे गांव निवासी लक्षमण प्रसाद अपने खेत मे गेंहू पटा रहे थे तभी बच्चे के रोने की आवाज सुनी तो वह आनन-फानन में अपनी पत्नी रीना देवी को बुलाया. 

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रीना देवी ने कपड़े में लिपटे पड़े नवजात को गोद में उठाकर घर ले आई. इसके बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना एसपी मीनू कुमारी को दी. इसके बाद मौके पर कड़ौना ओपी की पुलिस पहुंच गई और शिशु का स्वस्थ्य जांच के लिए सदर अस्पताल ले गई, जहां नवजात शिशु को SNCU वार्ड में रखा गया है. 

इलाज कर रहे चिकित्सक डॉ चंद्रशेखर ने बताया कि बच्चे का जन्म आज ही 4-5 घंटे पहले हुआ है. इसकी हालत अभी बहुत अच्छी नहीं है. 

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इधर, पुलिस के द्वारा इसकी सूचना चाइल्ड हेल्पलाइन को दे दी गई है. इस संबंध में कड़ौना ओपी प्रभारी अजीत कुमार ने बताया कि एक इसके लिए एक कैटेरिया होता है. 

अगर कोई महिला किसी बच्चे की भरण-पोषण करना चाहती है तो चाइल्ड हेल्पलाइन में ऑनलाइन आवेदन करना होगा, लेकिन यह जरूरी नहीं कि जिस बच्चे को उस महिला के द्वारा भरण-पोषण के लिए लिया गया है वही बच्चा उसे मिलेगा. फिलहाल पुलिस के निगरानी में बच्चे का इलाज किया जा रहा है.
इनपुट:- मुकेश