लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि जिनकी अपने राज्य में न कोई साख बची है और न कोई आधार, वे उप्र में आकर बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं.


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डॉ. पांडेय ने बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव द्वारा लखनऊ में बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गई टिप्पणियों को तेजस्वी के 'मानसिक दिवालियापन' का परिणाम बताते हुए कहा कि "एक तरफ उनके पिता भ्रष्टाचार के मामले में जेल में हैं और दूसरी तरफ अपने भाई को लेकर भी वे तनाव में हैं. इसलिए वे न सिर्फ उप्र व बिहार, बल्कि पूरे देश की हकीकत को नहीं समझ पा रहे हैं. राजद के बिहार में पैर उखड़ चुके हैं, इसलिए अपने समर्थकों में आकर्षण पैदा करने के लिए वे उप्र में आकर अनर्गल प्रलाप में जुटे हैं."


प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ तेजस्वी यादव द्वारा संयुक्त रूप से प्रेसवार्ता कर प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी सरकार पर उठाए गए सवालों और किए गए कटाक्षों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इन दोनों युवराज को सत्ता विरासत में मिली.


उन्होंने कहा, "जनता जानती है कि उप्र और बिहार की बदहाली और पिछड़ेपन के लिए दोनों राजनैतिक परिवार जिम्मेदार हैं. लोहिया के नाम पर समाजवाद की बड़ी-बड़ी बातें करने वाले ये लोग जब-जब सत्ता में आए तब-तब इन्होंने परिवारवाद को बढ़ावा दिया और इनकी सरकारें भ्रष्टाचार व अपराध की पोषक बनीं."


पांडेय ने कहा कि ये लोग शायद भूल रहे हैं कि यह 1993 नहीं, बल्कि 2019 है. अब जनता जातीय राजनीति से बहुत ऊपर उठ चुकी है. बीजेपी कार्यकर्ताओं की दस्तक हर घर पर हो चुकी है और समाज के विभिन्न जाति, धर्म, वर्ग के लोग राष्ट्र निर्माण के संकल्प के साथ बीजेपी के साथ जुड़कर काम कर रहे हैं."


उप्र बीजेपी अध्यक्ष ने विपक्षी दलों द्वारा बार-बार सीबीआई के दुरुपयोग का आरोप लगाए जाने पर पलटवार करते हुए कहा कि आखिर सीबीआई की जद में लालू यादव, मुलायम सिंह यादव, मायावती और अखिलेश यादव जैसे लोग ही क्यों आते हैं. इस पर आत्मचिंतन करें.


महेंद्र नाथ ने कहा कि 2019 का चुनाव ईमानदारी बनाम बेईमानी और सुशासन बनाम गुंडाराज के मुद्दे पर होने जा रहा है.


(इनपुट: आईएएनएस)