दिल्ली: 18वीं लोकसभा के पहले सत्र में विपक्ष के व्यवधान को लेकर भाजपा सांसदों ने कड़ी प्रतिक्रियाएं दी हैं. भाजपा सांसद रवि शंकर प्रसाद ने कहा, "ये चिंता और शर्म की बात है कि नई लोकसभा के पहले सत्र में यह व्यवहार हुआ. प्रधानमंत्री का अभिनंदन है कि 2.5 घंटे तक तमाम विरोध के बावजूद उन्होंने विस्तार से सभी विषयों को रखा." भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, "विपक्ष के पास प्रधानमंत्री की बातों को सुनने की क्षमता नहीं है. संसदीय परंपरा में ऐसा कम ही होता है जब सभी को बोलने का मौका दिया जाए और फिर भी प्रधानमंत्री को बोलने नहीं दिया जाए. देश देख रहा है. प्रधानमंत्री ने आज प्रार्थना की कि ऐसी साजिशों पर लगाम लगनी चाहिए." वहीं भाजपा सांसद गिरिराज सिंह ने कहा, "संसदीय व्यवस्था में मैंने ऐसा कभी नहीं देखा. यह अशोभनीय है, खासकर तब जब विपक्ष के नेता द्वारा सांसदों को उकसाया जाए."