Bettiah News : टॉप टेन अपराधियों में शामिल कुख्यात अपराधी मुन्ना कुमार गिरफ्तार, पुलिस ने किया एक पिस्टल और चार जिंदा कारतूस बरामद
बेतिया: बेतिया से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां पुलिस ने जिले के टॉप टेन अपराधियों में शामिल कुख्यात अपराधी मुन्ना कुमार को गिरफ्तार कर लिया है. इस गिरफ्तारी को पुलिस की बड़ी कामयाबी माना जा रहा है.
बेतिया: बेतिया से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां पुलिस ने जिले के टॉप टेन अपराधियों में शामिल कुख्यात अपराधी मुन्ना कुमार को गिरफ्तार कर लिया है. इस गिरफ्तारी को पुलिस की बड़ी कामयाबी माना जा रहा है. लौरिया थाना क्षेत्र के पकड़ी मुनिया टोली में वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस ने इस अपराधी को दबोच लिया.
गिरफ्तारी के दौरान मुन्ना कुमार के पास से एक पिस्टल, दो मैगजीन, चार जिंदा कारतूस और एक बाइक बरामद की गई. पुलिस के मुताबिक मुन्ना कुमार पर जिले के विभिन्न थानों में हत्या, फिरौती और अपहरण के कई मामले दर्ज हैं. हाल ही में उसने नरकटियागंज में एक व्यवसायी का अपहरण किया था। इस मामले को पुलिस ने त्वरित कार्रवाई के बाद सुलझा लिया था, लेकिन मुख्य आरोपी मुन्ना कुमार तब फरार हो गया था.
पुलिस की कार्रवाई और अपराधी का आपराधिक इतिहास
बेतिया एसपी शौर्य सुमन ने बताया कि व्यवसायी का अपहरण फिरौती के मकसद से किया गया था. पुलिस ने मामले को जल्द ही सुलझा लिया, लेकिन मुन्ना कुमार पकड़ से बाहर था. अब उसकी गिरफ्तारी से पुलिस ने राहत की सांस ली है. एसपी ने यह भी घोषणा की है कि मुन्ना कुमार को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को पुरस्कृत किया जाएगा. मुन्ना कुमार का आपराधिक इतिहास काफी लंबा है. उस पर हत्या और फिरौती जैसे गंभीर आरोपों के साथ-साथ कई संगीन मामलों में मुकदमे दर्ज हैं. उसकी गिरफ्तारी से जिले में आपराधिक गतिविधियों में कमी आने की उम्मीद है.
पुलिस की सतर्कता बनी सफलता का कारण
वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस की सतर्कता ने इस गिरफ्तारी को संभव बनाया. लौरिया थाना क्षेत्र में पुलिस ने जब संदिग्ध बाइक को रोका, तो तलाशी के दौरान मुन्ना कुमार को दबोच लिया. उसके पास से हथियार और गोला-बारूद बरामद हुए, जो उसके अपराधी होने की पुष्टि करते हैं. इस कार्रवाई से बेतिया पुलिस ने जिले के निवासियों में सुरक्षा का भरोसा बढ़ाया है. अपराधी मुन्ना कुमार की गिरफ्तारी ने साबित कर दिया है कि पुलिस कानून-व्यवस्था को कायम रखने के लिए पूरी तरह सतर्क है.
इनपुट - धनंजय द्विवेदी