नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव के नतीजों में भाजपा को भारी जीत मिली है. लेकिन इस बीच बड़ी बात ये है कि अब तक UP के मौजूदा डिप्टी सीएम खुद अपनी सीट बचाने में कामयाब नहीं हो सके. उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सिराथू सीट से भाजपा के उम्मीदवार थे और उन्हें सपा प्रत्याशी पल्‍लवी पटेल ने तगड़ी चुनौती दी.


सिराथू में चला सपा का जादू?


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सिराथू में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ सपा ने पल्लवी पटेल को टिकट देकर बड़ा दांव खेला था. वहीं बसपा के मुंसब अली उस्मानी के आने से मुकाबला और रोचक हो गया. सिराथू के सियासी समीकरण को देखते हुए कुर्मी वोट सपा के पक्ष में जाते दिखे जिसका एकतरफा फायदा पल्लवी पटेल को मिला है. कुल मिलाकर मामला बिगड़ गया.




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कुछ ऐसा रहा वोटों का गणित


इस चुनाव में केशव प्रसाद मौर्य को कुल 98,361 वोट मिले और वो 43.23% वोटों पर सिमट गए. तो वहीं उनको हराने वाली सपा प्रत्याशी पल्लवी पटेल को 46.6 फीसदी वोट मिले और उन्हें 10,58,38 वोट मिले और वो जीत गईं.


सपा की सहयोगी दल से हैं पल्लवी


आपको बता दें कि पल्लवी समाजवादी पार्टी के सहयोगी अपना दल (कमेरावादी) की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं. शुरुआत से ही पल्लवी को मौर्य पर बढ़त हासिल रही और अंतत: उन्हें जीत मिली है.


अध्यक्ष रहते किया था कमाल


केशव प्रसाद मौर्य 2017 में हुए विधान सभा चुनाव में भाजपा को मिली प्रचंड जीत के वक्त उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष थे.


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