Rajnath Singh Border Roads Organisation: बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन की जितनी तारीफ की जाए कम है. पहाड़ों में आई आपदा के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन चलाना हो या भारी बर्फबारी से ठप पड़े ट्रैफिक को बहाल करना. या फिर देश की सुरक्षा के लिए दुर्गम इलाकों पर सड़क और जरूरी पुलों का निर्माण, बीआरओ (BRO) ने हमेशा अपनी कामयाबी से पूरे देश का दिल जीता है. इसी कड़ी भारतीय सेना (ARMY) ने भी बीआरओ की तारीफ की है. भारतीय सेना ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए बीआरओ की काबिलियत को बयान करती हुई कुछ तस्वीरें भी पोस्ट की हैं.


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राष्ट्रनिर्माण की दिशा में रणनीतिक प्रगति, देश की रक्षा को मजबूत करना! 


सेना ने अपनी पोस्ट में लिखा- 'सीमा सड़क संगठन #BRO के प्रोजेक्ट हिमांक (HIMANK) ने क्रमशः लेह-मनाली रोड और लेह-हानले रोड पर एक-एक रणनीतिक पुल पूरा किया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा इन दो पुलों का उद्घाटन होने के साथ-साथ यहां अब भारी सैन्य उपकरणों समेत सभी प्रकार की गाड़ियों को अपनी पोस्ट पर जल्द पहुंचाया जा सकेगा. ये तेजी देश की सुरक्षा को मजबूत करेगी. ये पुल इस क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देंगे. #भारतीयसेना और #बीआरओ सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं और उत्तरी सीमाओं पर बुनियादी ढांचे के उन्नयन को गति प्रदान कर रहे हैं.'


 



रक्षा तैयारियां मुस्तैद


इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को सिक्किम में कुपुप-शेरथांग रोड समेत सीमा सड़क संगठन (BRO) की 75 बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन किया. इन पर 2,236 करोड़ रुपये की लागत आई है. सिंह ने पश्चिम बंगाल के सुकना स्थित त्रिशक्ति कोर के मुख्यालय से ऑनलाइन माध्यम से परियोजनाओं का उद्घाटन किया. रक्षा मंत्री ने इन परियोजनाओं को सीमावर्ती बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और इन क्षेत्रों की सामाजिक-आर्थिक प्रगति सुनिश्चित करने के सरकार के अटूट संकल्प का प्रमाण बताया.सिंह ने कहा कि ये परियोजनाएं देश की रक्षा तैयारियों को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी.'


रणनीतिक अहमियत समझिए


प्रधानमंत्री मोदी के ‘2047 तक विकसित भारत’ के सपने को ऐसी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के माध्यम से ही साकार किया जा सकता है. रक्षा मंत्रालय ने कहा, 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैली बीआरओ की ये 75 बुनियादी ढांचा परियोजनाएं 2,236 करोड़ रुपये की लागत से बनाई गई हैं जिनमें 22 सड़कें, 51 पुल शामिल हैं. बयान के मुताबिक, इनमें से 19 परियोजनाएं जम्मू और कश्मीर में, 18 अरुणाचल प्रदेश में, 11 लद्दाख में, नौ उत्तराखंड में, छह सिक्किम में, पांच हिमाचल प्रदेश में, दो-दो पश्चिम बंगाल और राजस्थान में तथा एक-एक नगालैंड, मिजोरम और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में हैं. मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मुख्य आकर्षण में से एक सिक्किम में कुपुप-शेरथांग रोड का उद्घाटन था जो जवाहरलाल नेहरू मार्ग और जुलुक अक्ष के बीच एक महत्वपूर्ण संपर्क है.