Akash Anand: एक महीने में ही `मैच्योर` हुए आकाश आनंद, BSP सुप्रीमो मायावती का भतीजे को आशीर्वाद, पद और सियासी कद बहाल
BSP Chief Mayawati: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों की समीक्षा के लिए पार्टी पदाधिकारियों की बैठक के दौरान बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने भाई आनंद कुमार और भतीजे आकाश आनंद के साथ बातचीत के बाद एक महीने पुराना अपना फैसला वापस ले लिया.
Akash Anand BSP: बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने रविवार को अपने भतीजे आकाश आनंद को अपने राजनीतिक उत्तराधिकारी और पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर (राष्ट्रीय संयोजक) के रूप में बहाल किया है. लखनऊ में पार्टी पदाधिकारियों की बैठक के दौरान इस बड़े फैसले की घोषणा की गई. आकाश आनंद को एक महीने पहले यानी मई में बसपा के राष्ट्रीय संयोजक पद से बर्खास्त कर दिया गया था.
आम चुनाव के नतीजों की समीक्षा के दौरान मायावती का बड़ा फैसला
हाल ही में आए आम चुनाव के नतीजों की समीक्षा के लिए पार्टी पदाधिकारियों की बैठक के दौरान बसपा सुप्रीमो मायावती अपने भाई आनंद कुमार और भतीजे आकाश आनंद के साथ बातचीत के बाद एक महीने पुराना अपना फैसला वापस ले लिया. आकाश अब फिर से पूरे देश में पार्टी का काम देखेंगे. यह दूसरी बार है जब आकाश आनंद को मायावती के उत्तराधिकारी के रूप में नामित किया गया है. इसी साल मई में मायावती ने उन्हें अपने उत्तराधिकारी और बसपा के राष्ट्रीय संयोजक के पद से हटा दिया था.
पार्टी और आंदोलन के व्यापक हित में जिम्मेदारियों से हटाए गए थे आकाश
मायावती ने तब अपने फैसले की घोषणा करते हुए एक्स पर लिखा था कि आकाश आनंद को राजनीतिक परिपक्वता आने तक पद से हटाया जा रहा है. मई में एक्स पर एक लंबे पोस्ट में, मायावती ने डॉ. बीआर अंबेडकर के आदर्शों और "सामाजिक परिवर्तन के लिए चल रहे आंदोलन" के प्रति बसपा की प्रतिबद्धता की पुष्टि की थी. उन्होंने कहा कि इस आंदोलन को गति प्रदान करने के लिए आकाश आनंद को बसपा का राष्ट्रीय संयोजक नियुक्त किया गया और उनका उत्तराधिकारी घोषित किया गया था. लेकिन पार्टी और आंदोलन के व्यापक हित में, उन्हें पूर्ण परिपक्वता प्राप्त होने तक इन दोनों महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों से हटाया जा रहा है."
लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार एक मंच पर दिखे मायावती, आनंद और आकाश
लोकसभा चुनाव के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती की पहली बैठक में हार को लेकर की जा रही समीक्षा के दौरान भतीजे आकाश आनंद ने उनके पैर छुए और आशीर्वाद लिया. चुनाव के पहली बार मायावती और आकाश आनंद एक मंच पर दिखे और इस दौरान बसपा सुप्रीमो ने उनके सिर पर हाथ रख कर आशीर्वाद देने के साथ ही उनकी पुरानी जिम्मेदारियों को भी बहाल कर दिया. इस दौरान आकाश के पिता और मायावती के भाई आनंद कुमार भी मौजूद थे.
ये भी पढ़ें - Hajj 2024: हज पर सऊदी अरब गए हाजियों की क्यों हुई मौत? वजह आई सामने, मरने वालों में 98 भारतीय भी