Hajj pilgrims die due to heat: जैसे-जैसे मरने वालों की संख्या बढ़ रही है इस बात पर बहस तेज हो गई है कि क्या सऊदी अरब ने हज के लिए व्यवस्था सही ढंग से नहीं की? हजार से ज्यादा हाजियों की मौत के लिए कौन जिम्मेदार है?
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Hajj pilgrimage 2024: सऊदी अरब में हज के दौरान हजारों हाजियों की मौत हो गई है. 14 जून से हज यात्रा की शुरुआत के बाद सोशल मीडिया पर वायरल फोटो और वीडियो में देखा जा सकता है कि लोग सड़क के किनारे व्हीलचेयर पर गिरे हुए हैं. वे पारंपरिक सफेद कपड़े पहने हुए हैं और उनके चेहरे ढक दिए गए हैं. कई तस्वीरों से यह भी प्रतीत होता है कि उनकी मौत हो गई है और लाशों को वहीं छोड़ दिया गया है.
सोशल मीडिया पर जो अफवाह के रूप में शुरू हुई थी, हज यात्रा समाप्त होते ही उसकी पुष्टि हो गई. हज यात्रा के दौरान एक हजार से ज्यादा हाजियों की मौत की बात सामने आई. रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से ज्यादातर लोगों की मौत की वजह भयानक गर्मी है, क्योंकि लोगों को 51 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तापमान का सामना करना पड़ा. बीते सप्ताह मक्का में 51.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था.
मरने वालों में सबसे ज्यादा मिस्र के
सऊदी अरब के स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने रॉयटर्स समाचार एजेंसी को बताया है कि उन्होंने 'गर्मी से थकावट' के 2,700 मामले दर्ज किए हैं. हालांकि, ये रिपोर्टें मौत के आंकड़े सामने आने से पहले के ही हैं. समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार,हज के दौरान मरने वालों की संख्या 1,000 से ऊपर हो गई है.
मरने वाले हाजियों में मिस्र, इंडोनेशिया, सेनेगल, जॉर्डन, ईरान, इराक, भारत और ट्यूनीशिया के हाजी शामिल हैं. सबसे ज्यादा 300 मिस्र के हाजियों की मौत हुई है. वहीं, इंडोनेशिया के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि हज के दौरान इंडोनेशिया के 140 हाजियों की मौत हुई है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया है कि हज के दौरान 98 भारतीय नागरिकों की मौत हुई है.
अधिक उम्र भी मौत की वजह
हाल के वर्षों में सऊदी अरब ने मिस्टिंग स्टेशन और डिस्पेंसर जैसी सुविधाएं मुहैया कराकर गर्मी के प्रभाव से बचाने की कोशिश की है. लेकिन फिर भी ऐसा माना जा रहा है कि भयंकर गर्मी और अधिक उम्र की वजह से ही ज्यादातर हाजियों की मौत हुई है. हज करने वाले कई हाजी बुजुर्ग थे क्योंकि हज करना एक ऐसी चीज है जिसे वे मरने से पहले करना चाहते हैं.
हजार से ज्यादा मौतों का दोषी कौन?
दक्षिणी मिस्र के असवान से आए एक हाजी ने डीडब्ल्यू को बताया है कि ईमानदारी से कहूं तो इस साल का हज शर्मनाक था. यह बहुत कठिन था. पत्थरबाजी के दौरान लोग जमीन पर गिर रहे थे. पत्थर फेंकने की दूरी बहुत ज्यादा थी और सूरज भी काफी तेज था और गर्मी से लोग बेहाल थे. मैंने कई बार सुरक्षाकर्मियों को एक हाजी के बारे में बताया जो जमीन पर गिर गया था.
सऊदी अरब में भी इस बात पर तीखी बहस हो रही है कि किसे दोषी ठहराया जाए. हज करने के लिए सऊदी अरब जाने के लिए आधिकारिक अनुमति की आवश्यकता होती है. चूंकि, दुनिया भर के मुसलमान हज करने जाना चाहते हैं. इसलिए सऊदी अरब हर साल एक कोटा सिस्टम चलाता है. सऊदी अरब में इससे पहले भी अत्यधिक भीड़भाड़ और भयानक गर्मी की समस्याएं रही हैं.
पीड़ित परिवारों ने क्या कहा?
कुछ पीड़ित परिवार सऊदी अरब के सरकारी अधिकारियों पर पर्याप्त व्यवस्था नहीं करने और अत्यधिक गर्मी से बचने के लिए पर्याप्त उपाय करने में विफल रहने का आरोप लगा रहे हैं. इसके अलावा उन लोगों को भी दोषी ठहराया जा रहा है जो बिना रजिस्ट्रेशन के हज करने पहुंचे थे.
सऊदी अरब के सार्वजनिक सुरक्षा निदेशक मोहम्मद बिन अब्दुल्ला अल-बसामी ने कहा था कि हज शुरू होने से पहले देश में 171,000 से अधिक अपंजीकृत हाजियों की पहचान की गई थी. सऊदी सुरक्षा एजेंसी ने अवैध रूप से हज करने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार करने के लिए एक अभियान भी चलाया था.
बिना रजिस्ट्रेशन हज करने पहुंचे हाजी एयर कंडीशनिंग, पानी, छाया, और धुंध या शीतलन केंद्रों तक नहीं पहुंच सकते हैं. जिससे उनके हताहत होने की संभावना बढ़ जाती है.