जयपुर: राजस्थान (Rajasthan) में कांग्रेस नेता अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के नेतृत्व में कैबिनेट का विस्तार (Rajasthan Cabinet Reshuffle) हुआ. हालांकि इसके साथ ही पार्टी में संग्राम शुरू हो गया है. कैबिनेट में जगह न मिलने से कई विधायक नाराज बताए जा रहे हैं. 


ये विधायक बने कैबिनेट मंत्री


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राज्यपाल कलराज मिश्रा ने राजभवन में नए मंत्रियों को शपथ दिलाई. कैबिनेट मंत्रियों के रूप में हेमाराम चौधरी, महेंद्रजीत सिंह मालवीय, रामलाल जाट, महेश जोशी, विश्वेंद्र सिंह, रमेश मीणा, ममता भूपेश बैरवा, भजनलाल जाटव, टीकाराम जूली, गोविंदराम मेघवाल और शकुंतला रावत ने शपथ ली.  



इन्हें मिली राज्यमंत्री की कुर्सी


वहीं जाहिदा बेगम, बृजेंद्र सिंह ओला, राजेंद्र गुढ़ा और मुरारीलाल मीणा को राज्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई. इस शपथ ग्रहण समारोह में सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और उनके मंत्रिपरिषद के मौजूदा मंत्री राजभवन पहुंचे. उनके अलावा वे 15 विधायक भी इस बैठक में पहुंचे, जिन्हें पुनर्गठन के तहत मंत्रिपरिषद में जगह मिली.  


कैबिनेट में महिला मंत्रियों की संख्या 3 हुई 


राजस्थान में कैबिनेट विस्तार के बाद इसमें शामिल महिला मंत्रियों की संख्या एक से बढ़कर तीन हो गई है. इस पुनर्गठन में राज्यमंत्री ममता भूपेश को प्रमोट कर कैबिनेट मंत्री बनाया गया. वहीं दो नए चेहरों शकुंतला रावत (बानसूर) को कैबिनेट और जाहिदा खान (कामां) को बतौर राज्यमंत्री मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया है. राजस्थान के कुल 200 विधायकों में से कांग्रेस के 108 विधायक हैं, जिनमें 15 महिलाएं हैं.


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दागियों को बनाया गया मंत्री- नाराज विधायक


उधर मंत्री न बनने से नाराज कांग्रेस विधायक जौहरीलाल मीणा ने आरोप लगाया कि पूरे जिले में टीकाराम झूली के भ्रष्टाचार की चर्चा है. इसके बावजूद उसे उसे प्रमोट किया गया. इस नाइंसाफी के बावजूद वे कांग्रेस में रहेंगे और जैसी स्थिति होगी, उसे देखेंगे. MLA शफिया जुबैर ने कहा कि कैबिनेट में दागी लोगों को प्रमोट किया गया है. महिलाओं को कैबिनेट में 33 प्रतिशत आरक्षण नहीं दिया गया. कुल मिलाकर लोगों में खराब संदेश भेजा जा रहा है. 


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