नई दिल्‍ली: कोलकाता पुलिस और सीबीआई के बीच छिड़े महासंग्राम अब सियासी बवंडर का रूप ले चुका है. कोलकाता पुलिस कमिश्‍नर से पूछताछ करने गई सीबाआई के अधिकारियों को हिरासत में लेने के बाद ममता बनर्जी अब धरने पर हैं. इस मामले में अब सीबीबाई सोमवार को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर ही सीबीआई शारदार चिट फंड घोटाले की जांच कर रही है.


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पुलिस और सीबीआई विवाद में सीबीआई सोमवार सुबह साढ़े दस बजे सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस की कोर्ट में मेंशन करेगी कि सीबीआई की पिटीशन को जल्द सुना जाए. इसमें सीबीआई की मुख्य दलील है कि 9.5.14 के सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पश्चिम बंगाल पुलिस पालन नहीं कर रही है, जो कि सुप्रीम कोर्ट की अवमानना है. इस आदेश में सुप्रीम कोर्ट ने चिटफ़ंड घोटाले के सभी राज्यों के मामले सीबीआई को सौंपने और राज्‍य पुलिस को इसकी जाँच में सीबीआई को सहयोग करने का आदेश दिया था.


सीबीआई के अंतर‍िम मुख‍िया एम नागेश्‍वर राव ने कहा है क‍ि इस मामले में हम सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे, क्‍योंक‍ि राज्‍य की पुल‍िस इस जांच में सहयोग नहीं कर रही है.


चिटफंड घोटालों के सिलसिले में कोलकाता के पुलिस आयुक्त राजीव कुमार से पूछताछ की सीबीआई की कोशिश के खिलाफ रविवार रात धरने पर बैठीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के बीच जबर्दस्त टकराव की स्थिति पैदा हो गई. पश्‍च‍िम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी ने जोर देकर कहा है कि मोदी सरकार ने ‘‘संविधान और संघीय ढांचे’’ की भावना का गला घोंट दिया. 



इस बीच, कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी पार्टियां इस मुद्दे पर ममता के समर्थन में उतर आई हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को आड़े हाथों लेते हुए ‘‘अपमान’’ के विरोध में स्थानीय मेट्रो सिनेमा के सामने ममता धरने पर बैठ गईं.