चंडीगढ़ में कोठी पर ग्रेनेड किसने फेंका? हमलावरों पर 2 लाख का इनाम; निकला खालिस्तानी कनेक्शन
Chandigarh Bomb Blast: चंडीगढ़ बम विस्फोट मामले में पुलिस को काफी अहम सुराग मिले हैं. सेक्टर 10 में एक घर पर दो लोगों ने ग्रेनेड फेंका था, जिस मामले में खालिस्तानी कनेक्शन की बात भी कई जा रही है.
Grenade Attack In Chandigargh: चंडीगढ़ के सेक्टर 10 में बुधवार शाम एक कोठी पर ग्रेनेड से किए गए हमले में एक बड़ा अपडेट सामने आया है. पुलिस ने इस मामले में एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है. उससे पूछताछ की जा रही है. चंडीगढ़ पुलिस ने सेक्टर 10 में हुए धमाके के मामले में शामिल अन्य दो संदिग्धों की गिरफ्तारी से संबंधित जानकारी देने पर 2 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया है. दोनों की तस्वीरें भी जारी की गई हैं.इस मामले में खालिस्तानी कनेक्शन भी सामने आ रहा है.
खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा
बताया जा रहा है कि पुलिस और खुफिया एजेंसियों को संदेह है कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान में छिपे खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा का हाथ हो सकता है. रिंदा पहले भी कई आतंकी हमलों और साजिशों में शामिल रहा है. एजेंसियों को शक है कि इस हमले का टास्क रिंदा द्वारा दिया गया हो, लेकिन जिस परिवार को निशाना बनाया जाना था, वह पहले ही इस कोठी से निकल चुका था.
सीसीटीवी में कैद संदिग्ध ऑटो
इस हमले की सीसीटीवी फुटेज भी सामने आई है, जिसमें एक ऑटो को घटनास्थल से बाहर निकलते हुए देखा जा सकता है. फुटेज में स्पष्ट रूप से दिखता है कि विस्फोट के बाद एक व्यक्ति कोठी से भागकर ऑटो में बैठता है, जिससे यह संकेत मिलता है कि हमलावर इसी ऑटो से आए थे. बताया जा रहा है कि ऑटो में तीन लोग सवार थे, जिन्होंने सेक्टर 10 के मकान नंबर 575 पर ग्रेनेड फेंका था.
कोठी में सभी सुरक्षित
एजेंसियां हर पहलू से मामले की जांच कर रही हैं, और विदेशी तत्वों की भूमिका की भी पड़ताल की जा रही है. माना जा रहा है कि देश के बाहर बैठे किसी आतंकवादी समूह ने इस हमले की योजना बनाई थी. कोठी में वर्तमान में रहने वाला परिवार पूरी तरह सुरक्षित है. हालांकि, घटना के बाद इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, और पुलिस संदिग्धों की तलाश में जुटी हुई है. क्षेत्र में सनसनी फैल गई है. हमले में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन मकान के लॉन में फटे ग्रेनेड से खिड़कियों के शीशे टूट गए.
कोठी की 2 दिन पहले रेकी
पुलिस और खुफिया एजेंसियां तुरंत मौके पर पहुंच गईं और जांच शुरू कर दी है. प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि हमलावरों ने इस कोठी की दो दिन पहले रेकी की थी. सूत्रों के अनुसार घर में पंजाब पुलिस के पूर्व अधिकारी का परिवार रहता है. गैंगस्टरों से भी इस हमले का कनेक्शन देखा जा रहा है. चंडीगढ़ पुलिस इंटेलीजेंस को मिले अहम सुराग के मुताबिक, यह हमला पुराने किराएदार को टारगेट करके किया गया था.कोठी के बाहर जहां पर विस्फोटक गिराया गया वहां पर बड़ा गड्ढा बन गया है,
आईजी राजकुमार, एसएसपी कंवरदीप सिंह के अलावा बड़े अधिकारियों ने मौके से सबूत जुटाए हैं. जांच के लिए पुलिस का बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वॉड भी पहुंचा है. बताया जा रहा है कि जांच के लिए NIA की टीम भी पहुंच गई है. जिस समय परिवार पर हमला हुआ, परिजन घर के अंदर थे. पुलिस गैंगस्टर एंगल से भी जांच कर रही है. दो आरोपियों की तस्वीर पुलिस को मिल गई है.
कौन है हरविंदर सिंह रिंदा?
पंजाब के तरनतारन जिले का रहने वाला था. बचपन में ही वह अपने परिवार के साथ महाराष्ट्र के नांदेड़ में बस गया. पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार रिंदा ने 18 साल की उम्र में पारिवारिक विवाद के चलते तरनतारन में अपने एक रिश्तेदार की हत्या कर दी थी. नांदेड़ साहिब में उसने स्थानीय व्यापारियों से जबरन वसूली शुरू कर दी और दो लोगों की हत्या कर दी. पुलिस को उसे कई मामलों में तलाश है. 8 नवंबर 2021 को नवांशहर क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी की इमारत पर आतंकी हमले को अंजाम देने के पीछे हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा का ही हाथ बताया जाता है. इस घटना के बाद से वह गायब है.