Zee News Anchor Rohit Ranjan: छत्तीसगढ़ पुलिस ने मंगलवार को Zee News के एंकर रोहित रंजन को गिरफ्तार करने की कोशिश की. छत्तीसगढ़ पुलिस उत्तर प्रदेश पुलिस को बिना जानकारी दिए सुबह 5 बजे रोहित को अरेस्ट करने उनके घर पहुंची. रोहित रंजन गाजियाबाद के इंदिरापुरम में रहते हैं. छत्तीसगढ़ पुलिस की इस कार्रवाई से उसकी कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं.


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सादी वर्दी में छत्तीसगढ़ पुलिस का तांडव


छत्तीसगढ़ पुलिस बिना सूचना के रोहित रंजन को उनके घर से ले जाना चाहती थी. सादी वर्दी में 10 से 15 लोगों की एक टीम तीन गाड़ियों में सवार होकर रोहित को अरेस्ट करने पहुंची. रोहित की सोसाइटी में पहुंचने के बाद पुलिस ने सबसे पहले सिक्योरिटी गार्ड्स से बदतमीजी की. गार्ड ने कोशिश की कि इंटरकॉम के जरिए रोहित रंजन को जानकारी दी जाए, लेकिन उन्हें ऐसा करने से रोका गया.


गार्ड ने RWA को भी जानकारी देने की कोशिश की, लेकिन उन्हें ऐसा करने से भी रोका गया. पुलिस ने गार्ड्स के मोबाइल फोन भी रख लिए. पुलिस सिक्टोरिटी गार्ड को पकड़कर  रोहित रंजन के घर के अंदर ले गई.



जिस वक्त पुलिस रोहित के घर पहुंची, उस समय उनके परिवार के 3-4 लोग घर में मौजूद थे. पुलिस की रोहित की पत्नी के साथ बहस होती है. 10-15 लोग ड्राइंग रूम में जबरन बैठ जाते हैं. इसी दौरान यूपी पुलिस को जानकारी मिलती है और रोहित रंजन के घर पहुंचती है. 


यूपी पुलिस छत्तीसगढ़ पुलिस से कहती है कि आपको गिरफ्तार करने आना था तो सबसे पहले एसएसपी से बात करनी चाहिए थी. उसके बाद लोकल टीम को लेकर आप वहां जाते और पूछताछ करते. लेकिन छत्तीसगढ़ पुलिस ने सारे नियमों को ताक पर रखकर रोहित को अरेस्ट करने पहुंची. 


पूरे मामले पर रोहित रंजन ने क्या कहा 


छत्तीसगढ़ पुलिस के एक्शन पर रोहित रंजन ने ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, 'बिना लोकल पुलिस को जानकारी दिए छत्तीसगढ़ पुलिस मेरे घर के बाहर मुझे अरेस्ट करने के लिए खड़ी है. क्या ये कानूनन सही है. इसपर गाजियाबाद पुलिस ने भी ट्वीट किया है.


इस हरकत से छत्तीसगढ़ पुलिस घिर गई है. बीजेपी के प्रवक्ता अमित मालवीय ने छत्तीसगढ़ पुलिस और कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने लिखा, 'एनसीआर में काम करने वाले पत्रकारों को निशाना बनाने के लिए कांग्रेस बेशर्मी से राजस्थान और छत्तीसगढ़ पुलिस का इस्तेमाल करती है. आप किसी की राय से असहमत हो सकते हैं, लेकिन उन्हें इस तरह डराना #इमरजेंसी की याद दिलाता है. कांग्रेस लोकतंत्र पर धब्बा है.'


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