Childbirth is Husbands Grace: देश में परिवार नियोजन को लेकर लंबे समय से बहस चल रही है. कई बार नेताओं की तरफ से भी इस पर बयान सामने आते रहते हैं. इसी कड़ी में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने भी बयान दिया है. उन्होंने एक रैली में महिलाओं की तरफ मुखातिब होते हुए कहा कि अपने परिवार को दो बच्चों तक सीमित रखें, इससे उनको ज्यादा सरकारी लाभ मिलेंगे. लगे हाथ उन्होंने यह भी कह दिया कि बच्चे भगवान की कृपा से नहीं बल्कि आपके पति की कृपा से होते हैं. इसमें कोई दैवीय कारण नहीं होता है. 


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परिवार नियोजन पर सलाह दी


असल में अजित पवार अपनी पार्टी एनसीपी की एक रैली को संबोधित कर रहे थे. ये रैली महाराष्ट्र के मावल और पिंपरी चिंचवड में थी. इस दौरान जन सम्मान रैली में उन्होंने लोगों और पार्टी समर्थकों को संबोधित किया. अपनी सरकार की योजनाओं के बारे में बताते हुए अजित पवार ने कई बातें कहीं हैं. इस दौरान उन्होंने महिलाओं को परिवार नियोजन पर सलाह दी. 


भगवान की कृपा नहीं बल्कि पति की कृपा


अजित पवार ने भीड़ में मौजूद महिलाओं से कहा कि जब आप किसी बच्चे को जन्म देती हैं तो यह भगवान की कृपा से नहीं बल्कि आपकी पति की कृपा से होता है. इसलिए दो बच्चे ही पैदा करें. हालांकि इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि मैं सभी धर्म और जाति की महिलाओं से आग्रह करता हूं कि वह दो से ज्यादा बच्चे पैदा न करें. डिप्टी सीएम ने आगे यह भी कहा कि अगर आपका परिवार छोटा रहेगा तो आप अपने बच्चे को अच्छे से पाल सकते हैं और आप अपने बच्चे को अच्छी शिक्षा दे सकते हैं.


मुख्यमंत्री माझी लाडली बहना योजना का जिक्र


उन्होंने मुख्यमंत्री माझी लाडली बहना योजना का जिक्र करते हुए कहा कि इस योजना से बेटियों को मिले पैसे वापस लेने की बातें बिल्कुल गलत हैं ऐसा नहीं होने वाला है. फिलहाल उनका ये बयान चर्चा का विषय बना हुआ है. उन्होंने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि हाल ही में उनके ही गठबंधन के नेताओं के इस पर बयान सामने आए थे. विधायक रवि राणा ने कह दिया था कि महिलाएं महायुति गठबंधन के उम्मीदवारों को वोट नहीं देंगी तो इस योजना का पैसा वापस कराया जाएगा.