नई दिल्ली: डोकलाम को लेकर हुए भारत और चीन (China) का विवाद भले ही थम गया हो, लेकिन पड़ोसी मुल्क लगातार सीमावर्ती इलाकों में रक्षा तैयारियों को मजबूत करने में लगा हुआ है. जहां चीन की पीएलए ने सीमा से सटे इलाकों में अपने कई नए मिलिट्री कैंप बनाये हैं, वहीँ नई जानकारी के मुताबिक अरुणाचल प्रदेश से करीब 900 किलोमीटर दूर चीन के युक्सी में सीक्रेट गाइडेड मिसाइल यूनिट होने की खुफिया जानकारी सामने आई है. चीनी सेना के साउथर्न थिएटर कमांड के तहत आने वाले युनान प्रोविंस के युक्सी का रणनीतिक तौर पर काफी महत्व है. यहां गौर करने वाली बात यह है कि यह चीन यह हरकत ऐसे समय में सामने आई है जब शनिवार को प्रधानमंत्री अरुणाचल के दौरे पर हैं.


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खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने युक्सी में '622 मिसाइल ब्रिगेड' को तैनात किया है, जो गाइडेड मिसाइलों से लैस है. चीन इस नए बेस पर लम्बी दूरी तक मार करने वाली मिसाइल्स को तैनात कर रहा है. देखा जाये तो भारत के खिलाफ चीन अपने वेस्टर्न थिएटर कमांड को पहले से ही काफी मजबूत कर चूका है और अब साउथर्न थिएटर कमांड में नई मिसाइल ब्रिगेड की जानकारी सामने आने के बाद भारतीय एजेंसीज इस नए डेवलपमेंट पर लगातार नज़र रख रही है.


केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी में तैनात एक अधिकारी के मुताबिक, 'युक्सी भारत के करीब है और यहां चीनी मिसाइल ब्रिग्रेड की जानकारी आने के बाद हम ये समझने में लगे हैं की आखिर इसके पीछे चीनी सेना का क्या मकसद है. हम ये भी पता कर रहे हैं कि '622 मिसाइल ब्रिगेड' के पास फ़िलहाल इस वक़्त कौन-कौन सी मिसाइल है और उनका रेंज क्या है.'



देखा जाये तो साउथर्न थिएटर कमांड के दायरे में चीन का साउथ चीन सी फ्लीट, ग्वांगडोंग, गुंग्क्सी, हुनान और युनान आता है. रक्षा जानकर चीन के इस नए आर्डर ऑफ बैटल को समझने में लगे हुए हैं. आर्डर ऑफ़ बैटल का मकसद ये होता है कि युद्ध के दौरान दुश्मन देश की सेना किस तरह से अपने रक्षा संसधानो का इस्तेमाल करती है.


पीपल लिबरेशन आर्मी रॉकेट फोर्स यानि (पीएलए राकेट फोर्स) की 622 मिसाइल ब्रिग्रेड के बारे में खुफिया एजेंसीज जानकारी इकट्ठा करने में लगी हुई है. चीन के पास अलग अलग रेंज तक मार करने वाली मिसाइल्स है, जो 250 किलोमीटर से लेकर हजारों किलोमीटर दूर तक किसी भी टारगेट को तबाह कर सकती है.
 
हालांकि भारत भी लगातार अपने मिसाइल प्रोग्राम को मजबूत करने में लगा हुआ है. भारत अपनी अंतर-महाद्वपीय बैलिस्टिक मिसाइल प्रणाली अग्नि -5 को सेना में शामिल करने में लगा हुआ है. अग्नि -5 मिसाइल्स चीन के किसी भी इलाके के लक्ष्य को भेद सकती है. अग्नि की सबसे खास बात ये है की ये अपने साथ परमाणु को भी ले जा सकती है. इसके साथ ही ब्रह्मोस मिसाइल्स को भी सीमा से सटे इलाकों में तैनात किया जा रहा है, जिसने चीन की चिंता बढ़ा दी है.