China Map Row: `भारत डरपोक और कमजोर नहीं हो सकता, हमारे PM चीन का नाम भी नहीं लेते`, नक्शा विवाद पर हमलावर हुए ओवैसी
Chinese map row: चीन ने हाल ही में `स्टैंडर्ड मैप ऑफ चाइना` का 2023 संस्करण जारी किया था जिसमें उसने दावा किया है कि अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन, चीन का हिस्सा हैं. चीनी नक्शे से जुड़े इस विवाद पर ओवैसी ने केंद्र सरकार के कामकाज पर सवाल उठाते हुए पीएम मोदी पर निशाना साधा है.
Asaduddin Owaisi on PM Modi: चीनी नक्शे से जुड़े विवाद पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी पर बड़ा सियासी हमला बोला है. ओवैसी से केंद्र सरकार के कामकाज पर सवाल उठाते हुए पीएम मोदी से सवाल पूछा है कि अब क्या चीनी सैनिक खतरे का अलार्म बजाएंगे, तब आप जागेंगे. ओवैसी ने कहा कि एक ऐसे समय जब चीन हवाई या मिसाइल हमलों से सैन्य संपत्तियों की बेहतर सुरक्षा के लिए अक्साई चिन में बंकरों और भूमिगत सुविधाओं का निर्माण बड़ी तेजी से कर रहा है, तब भारत की प्रतिक्रिया इतनी कमजोर और डरपोक नहीं होनी चाहिए.
ओवैसी का बड़ा बयान
ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा, 'सीमा पर चीन की तैयारियां सरकार के भीतर खतरे की घंटी बजा रही हैं. वहां तत्काल एक्शन लेने के बजाय हमारे प्राइम मिनिस्टर चीनी प्रेसिडेंट शी जिनपिंग से एक मीटिंग करने के लिए गुजारिश कर रहे हैं.'
ओवेसी ने ये भी कहा कि अब क्या चीन आपके लिए अलग से खतरे का अलार्म बजाएगा? भारत की प्रतिक्रिया कमजोर और डरपोक नहीं हो सकती. हमें चीन के सामने खड़े होने की जरूरत है लेकिन हमारे पास एक ऐसा प्रधानमंत्री है, जो चीन को नाम लेकर नहीं बुला सकता और हमारी सरकार है, जो इस विषय पर संसद में सभी चर्चाओं को भी रोक देती है.
चीन नक्शा विवाद क्या है?
चीन ने हाल ही में 'स्टैंडर्ड मैप ऑफ चाइना' का 2023 संस्करण जारी किया है, जिसमें 'ड्रैगन' ने दावा किया है कि अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन चीन का हिस्सा हैं. इसी को लेकर कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार और पीएम मोदी पर निशाना साधा है. वहीं दूसकी ओर भारत ने चीन की इस हरकत पर कड़ी आपत्ति जताई है. भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हालिया विवाद को चीन की पुरानी आदत बताते हुए कहा कि सिर्फ बेतुके दावे करने से अन्य लोगों के क्षेत्र आपके नहीं हो जाते हैं.