दिसपुर: अपने दो पुराने सहयोगियों एआईयूडीएफ (AIUDF) और बीपीएफ (BPF) को हटाने के बाद, असम की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस (Congress) ने 30 अक्टूबर को असम जातीय परिषद (AJP) और रायजोर दल के साथ उपचुनाव (Assam Bypolls 2021) से पहले गठबंधन करने की कोशिश की, लेकिन रायजोर दल ने कांग्रेस का प्रस्ताव ठुकरा दिया.


उपचुनाव की तैयारी में जुटीं पार्टियां


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लुरिनज्योति गोगोई के नेतृत्व वाली एजेपी और अखिल गोगोई के नेतृत्व वाली रायजोर दल ने मिलकर मार्च-अप्रैल विधान सभा चुनाव लड़ा लेकिन जेल में रहते हुए केवल अखिल गोगोई ही विधान सभा के लिए चुने गए. चुनाव आयोग ने 28 सितंबर को गोसाईगांव, तामुलपुर, भवानीपुर, मरियानी और थौरा विधान सभा के लिए 30 अक्टूबर को उपचुनाव की घोषणा की.


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कांग्रेस और सहयोगी पार्टी में दरार


बता दें कि रायजोर दल, कांग्रेस से मरियानी और थौरा सीट चाहता था लेकिन कांग्रेस ने उसे भवानीपुर सीट की पेशकश की, जिससे गठबंधन होने से पहले ही टूट गया. लुरिनज्योति गोगोई ने कहा कि कांग्रेस सीटों के बंटवारे के वक्त निर्देश देने की कोशिश कर रही थी और ये उन्हें स्वीकार नहीं था.


रायजोर दल ने किया उम्मीदवारों का ऐलान


गौरतलब है कि रायजोर दल ने मरियानी और थौरा सीट के लिए उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है. अखिल गोगोई ने कहा, 'अगर कांग्रेस हमें थौरा सीट देती है तो हम मरियानी सीट से एक उम्मीदवार को वापस ले सकते हैं.' दूसरी तरफ कांग्रेस ने अखिल गोगोई के इनकार के बाद माजुली सीट एजेपी के लिए छोड़कर सभी पांच सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है.


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असम प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के 27 सितंबर को राज्य सभा के लिए चुने जाने के बाद खाली हुई माजुली सीट के लिए उपचुनाव की घोषणा जल्द की जा सकती है. पार्टी उपचुनाव की तैयारी कर रही है.


एजेपी अध्यक्ष लुरिनज्योति गोगोई ने कहा, 'बीजेपी के विभाजनकारी एजेंडे को हराने की जरूरत है जो केवल चुनावी लाभ के लिए सांप्रदायिक राजनीति करती है.'


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