Godhra Riots in Book: राजस्थान में जागा गोधरा का जिन्न, किताब में दंगा करने वाले मुस्लिम युवकों को बताया हीरो तो मचा बवाल
Godhra Riots: गोधरा का जब-जब जिक्र होता है, तब-तब बवाल होना तय है. अब राजस्थान के स्कूलों में पढ़ाई जाने वाली एक किताब में गोधरा का जिक्र होने पर बवाल मचा है. राज्य सरकार ने इस किताब को वापस मंगा लिया है.
Rajasthan News: गोधरा कांड पर राजस्थान में इन दिनों घमासान मचा हुआ है. राजस्थान के बच्चों को पढ़ाया जा रहा है कि गोधरा कांड तो दरअसल एक आतंकी साजिश थी. इसके बाद हुए दंगों में केवल मुस्लिम समुदाय को टारगेट किया गया. जबकि हम सब जानते हैं कि दंगों में सभी धर्मों और वर्गों के लोगों को नुकसान उठाना पड़ा था. राजस्थान के बच्चों के ये बताया जा रहा है दंगों में शामिल मुस्लिम युवक दरअसल हीरो थे.
जिस किताब का जिक्र हो रहा, उसमें एक गोधरा चैप्टर है. इस किताब का नाम है 'अदृश्य लोग- उम्मीद और साहस की कहानियां'. इस किताब में जानबूझकर ये बताया गया है कि गुजरात दंगा दरअसल मुस्लिम विरोधी नरसंहार था. बच्चों के अंदर फैलाए जा रहे इस भ्रम को देखते हुए राजस्थान के शिक्षा विभाग ने इस किताब को वापस मंगवाया है. इसी मुद्दे पर राजस्थान में बीजेपी और कांग्रेस में जंग छिड़ गई है.
राजस्थान के बच्चों को अब गोधरा कांड नहीं पढ़ाया जाएगा. बच्चों के सिलेबस से गोधरा का चैप्टर साफ कर दिया गया है. राज्य के शिक्षा मंत्री के मुताबिक गोधरा कांड के चैप्टर में हत्यारों का महिमा मंडन किया गया है.
राजस्थान सरकार ने स्कूलों को दी गई 4 किताबों को वापस मंगवाया है. इसमें एक किताब 'अदृश्य लोग, उम्मीद और साहस की कहानियां' भी शामिल है. दावा है कि इसके एक चैप्टर में गोधरा कांड के विषय में बताया गया है. इस चैप्टर में गोधरा कांड के बाद हुए दंगों की कुछ घटनाओं का जिक्र है, जिसमें मुस्लिम दंगाइयों को हीरो की तरह पेश किया गया है.
इस किताब के पेज नंबर दो पर बताया गया है कि गोधरा स्टेशन पर ट्रेन का एक डिब्बा जल गया था. लोगों ने इसके लिए मुसलमानों की भीड़ को जिम्मेदार बता दिया. इसमें ये भी बताने की कोशिश की गई है कि दंगों में केवल मुस्लिमों पर ही हमले हुए.
इसी तरह से इसके एक पेज पर ये बताया गया कि गोधरा में सांप्रदायिक दंगा नहीं हुआ, बल्कि मुस्लिमों के खिलाफ सांप्रदायिक नरसंहार हुआ.
किताब के पेज नंबर 4 पर ये बताया गया कि दंगों में शामिल कुछ मुस्लिम युवक, दंगाई नहीं बल्कि हीरो थे. किताब में ये बताने की कोशिश है कि गोधरा स्टेशन पर ट्रेन जलाने की घटना आतंकी साजिश थी.
गोधरा कांड को लेकर बच्चों को दी जा रही नकारात्मक जानकारी ही किताब वापस मंगवाए जाने की वजह है. बीजेपी का आरोप है कि किताब में ये चैप्टर कांग्रेस सरकार के दौरान डाला गया था.
अदृश्य लोग किताब को पूर्व IAS अधिकारी हर्ष मंदर ने संकलित किया है. 2002 गुजरात दंगों के बाद वो NGO से जुड़ गए थे. उन पर विदेशी चंदे के एक मामले में सीबीआई जांच भी चल रही है. हर्ष मंदर ने अपने अनुभवों को इसमें जोड़ा है. बीजेपी का आरोप है कि गोधरा कांड पर बच्चों को गलत जानकारी देकर भ्रमित किया जा रहा है.
(जयपुर से दिनेश तिवारी के इनपुट के साथ)