नई दिल्ली: देश के कई हिस्सों में जारी ऑक्सीजन (Oxygen) के संकट के बीच अब वायुसेना (Indian Air Force) ने मोर्चा संभाल लिया है. वायुसेना के विमान देश के अलग-अलग हिस्सों में ऑक्सीजन के कंटेनर्स पहुंचा रहे हैं ताकि सप्लाई के मिशन में तेजी आ सके.


'मिशन ऑक्सीजन' पर वायुसेना


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वायुसेना के विमानों से ऑक्सीजन के टैंकर उतारे जा रहे हैं. ऑक्सीजन एक्सप्रेस (Oxygen Express) के जरिए दूसरे शहरों तक ऑक्सीजन टैंकर्स पहुंचाए जा रहे हैं. इसके अलावा देश के ऑक्सीजन प्लांट में दिन रात काम चल रहा है. यानी कोरोना (Coronavirus) महामारी के संकट भरे इस दौर में मरीजों की जान बचाने के लिए जिस ऑक्सीजन सिलेंडर को संजीवनी माना जा रहा है, उसे अस्पतालों तक पहुंचाने के लिए युद्ध स्तर पर काम चल रहा है.


सिंगापुर से मंगाई गई ऑक्सीजन


शनिवार को भारतीय वायुसेना का सबसे बड़ा मालवाहक विमान C-17 ग्लोबमास्टर गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस से 4 क्रायोजेनिक टैंक लेकर सिंगापुर पहुंचा. फिर सिंगापुर से मालवाहक विमान ऑक्सीजन कंटेनर्स लेकर पश्चिम बंगाल के पानागढ़ एयरबेस पर वापस आया.


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देशभर में ऑक्सीजन की किल्लत


कोरोना की दूसरी लहर से देश जूझ रहा है और कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत है. ऐसे में ऑक्सीजन के लिए मची हायतौबा के बीच अब सेना ने मोर्चा संभाल लिया है. विदेशों से ऑक्सीजन टैंकर्स एयरलिफ्ट किए जा रहे हैं. ताकि लोगों की सांसों को संजीवनी दी जा सके. ऑक्सीजन के लिए तड़प रहे मरीजों को राहत दी जा सके.


कोरोना के खिलाफ लड़ाई में केंद्र ने भी मोर्चा संभाला लिया है. रक्षा मंत्रालय, रेल मंत्रालय और गृह मंत्रालय दिन रात काम में जुट गए हैं. गृह मंत्रालय ने सिंगापुर के बाद संयुक्त अरब अमीरात से उच्च क्षमता वाले ऑक्सीजन टैंकर्स के आयात के लिए बातचीत की. गृह मंत्री अमित शाह ने कोरोना के हालात की समीक्षा के बाद ये कदम उठाया.


भारतीय वायु सेना का एक विमान टैंकर लाने के लिए संयुक्त अरब अमीरात भी रवाना किया जाएगा. इसके अलावा जर्मनी से भी 23 मोबाइल ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट्स एयरलिफ्ट किए जाएंगे.


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इसके अलावा वायुसेना पहाड़ी इलाकों में भी कोरोना मरीजों को राहत पहुंचा रही है. एयर फोर्स के विमान जम्मू और चंडीगढ़ से लेह तक कोरोना के उपकरणों को एयरलिफ्ट कर रहे हैं. मिशन राहत में वायुसेना के ग्लोब मास्टर के अलावा शिनूक और दूसरे विमानों को लगाया गया है. जिनकी मदद से लद्दाख में कोविड टेस्टिंग सेटअप को पहुंचाया गया ताकि टेस्टिंग की प्रक्रिया में किसी तरह की रुकावट ना आए.


देश के कई शहरों में ऑक्सीजन की किल्लत है तो कहीं ऑक्सीजन की सप्लाई में परेशानी है. ऐसे वक्त में वायुसेना संकट मोचक की भूमिका निभा रहा है. जो ऑक्सीजन कंटेनर्स को एक जगह से दूसरी जगह पर पहुंचा रहा है.


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