शिमला: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) की स्पीति घाटी (Spiti Valley) में समुद्र तल से 15,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित दुनिया का सबसे ऊंचा पोस्ट ऑफिस हिक्कम (Hikkam) भी कोरोनावायरस (Coronavirus) की चपेट में आ गया है. पोस्ट ऑफिस अभी बर्फ की मोटी चादर से ढंका हुआ है. पहली बार डॉक्टरों की एक टीम गांव में पहुंची है. यहां रात का तापमान अभी माइनस 20 डिग्री सेल्सियस है. सोमवार को टीम ने यहां नमूने एकत्र किए. 


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100 से कम आबादी और तीन गांवों में फैला कोरोना
हिक्कम की आबादी 200 है. इसके अलावा इसके पास के गांव कोमिक और लैंगचे भी महामारी की चपेट में आ गए हैं. कोमिक गांव की आबादी सौ से कम है. यहां कोमिक में सिर्फ 87 और लैंगचे में मात्र 136 लोग रहते हैं. राज्य की राजधानी शिमला (Shimla) से लगभग 320 किलोमीटर दूर काजा और स्पीति के मुख्यालय से एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि इन तीनों गांवों में कुल 80 नमूने एकत्र किए गए हैं, जिनमें से 4 का परीक्षण पॉजिटिव आया है.


हिमालय की खूबसूरत वादी का ताजा कोरोना बुलेटिन
तिब्बत (Tibet) से सटे हिमालय की चोटियों पर फैले छोटे-छोटे गांव से सजी ठंडी सुरम्य स्पीति घाटी (Spiti Valley) आपको बौद्ध भूमि पर ले जाती है. हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के इस खूबसूरत हिस्से के कोरोना बुलेटिन के मुताबिक, घाटी में अब तक 4,646 नमूने लिए गए जिनमें से 473 की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. अभी यहां 25 सक्रिय मामले हैं और 2 रोगियों की मौत हो चुकी है. 


डॉक्टर और दवा के बजाए देवता के आशीर्वाद पर भरोसा
अधिकारियों ने इसके लिए स्थानीय लोगों को दोषी ठहराया है. इन लोगों में अधिकांश बौद्ध किसान हैं और वे अस्पताल जाने की बजाय स्थानीय देवता के आशीर्वाद से अपने आप ठीक होने में भरोसा करते हैं. काजा के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट ज्ञान सागर नेगी के मुताबिक 'स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की विशेष टीमें स्थानीय लोगों को वायरस से बचाने के लिए और नमूने एकत्र कर रही हैं. साथ ही उन्हें शिक्षित करने के लिए गांव-गांव जा रही हैं.


उन्होंने ये भी बताया कि भीषण ठंड और लगातार हो रही बर्फबारी स्थानीय लोगों को घर के अंदर ही रहने के लिए मजबूर कर रही है.


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