नई दिल्ली: मार्च 2021 तक भारत को COVID-19 वैक्सीन (COVID-19 Vaccine) मिल सकती है, हालांकि यह तैयार दिसंबर 2020 में ही हो सकती है. दो से तीन महीने का समय बाजार में लाने में लगेगा. इसका खुलासा सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) के कार्यकारी निदेशक डॉ सुरेश जाधव (Dr Suresh Jadhav) ने किया है.


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जाधव ने ICALIDD के सहयोग से HEAL फाउंडेशन द्वारा आयोजित इंडिया वैक्सीन एक्सेसिबिलिटी ई-शिखर सम्मेलन में कहा, ‘भारत को मार्च 2021 तक COVID-19 वैक्सीन मिल सकती है, नियामक इस प्रक्रिया को तेज कर रहे हैं, कई निर्माता इस पर काम कर रहे हैं.’


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तेजी से बढ़ रहा भारत
डॉ जाधव ने कहा कि भारत को दिसंबर 2020 तक टीकों के 60-70 मिलियन डोज मिल जाएंगे लेकिन बाजार में मार्च 2021 में आने की संभावना है. दिसंबर और मार्च के बीच का समय लाइसेंस प्रक्रिया के लिए होगा. वर्तमान में, SII वैक्सीन का दूसरे और तीसरे चरण का परीक्षण कर रहा है. डॉ जाधव ने कहा है कि भारत वैक्सीन लाने की ओर तेजी से बढ़ रहा है. दो निर्माता पहले ही तीसरे चरण के परीक्षण में पहुंच चुके हैं वहीं एक दूसरे चरण के परीक्षण में है, इसके अलावा कई अन्य प्लेयर भी अब इस दौड़ में शामिल हो रहे हैं.


उन्होंने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया हर साल 700-800 मिलियन वैक्सीन की खुराक का उत्पादन कर सकता है. 16 सितंबर को, ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने SII को ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका COVID-19 वैक्सीन के लिए अपने दूसरे और तीसरे चरण के परीक्षणों को फिर से शुरू करने की अनुमति दी.


वॉलंटियर बीमार होने से रुक गया था परीक्षण
बता दें कि पुणे स्थित दवा निर्माता ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित COVID-19 वैक्सीन के निर्माण के लिए ब्रिटिश-स्वीडिश कंपनी AstraZeneca के साथ साझेदारी की है. AstraZeneca ने पहले कोरोनोवायरस वैक्सीन के चल रहे परीक्षण को रोक दिया था क्योंकि एक वॉलंटियर बीमार हो गया था. अब देश में ऑक्सफोर्ड के COVID-19 वैक्सीन के परीक्षण का अंतिम चरण चल रहा है.


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