मुंबई: पुलवामा में आतंकी हमले में CRPF के 40 जवानों की शहादत के बाद पूरा देश गुस्से में है. देश के अलग-अलग हिस्सों में लोग अपने-अपने तरीके से पाकिस्तान के प्रति गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. इसी कड़ी में मुंबई स्थित क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया (सीसीआई) ने अपने परिसर में लगे पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और मौजूदा प्रधानमंत्री इमरान खान की तस्वीरों को हटाने का फैसला लिया है. सूत्रों के मुताबिक इमरान खान की तस्वीर हटाए जाने के बाद उस जगह पर विनोद मांकड़ की तस्वीर लगाई जाएगी. 


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पुलवामा में CRPF के जवानों पर हुए हमले के प्रति विरोध जताने के लिए सीसीआई कमिटी ने पाकिस्तानी क्रिकेटरों का बहिष्कार करने का फैसला लिया है. कमिटी ने अपने मुंबई के चर्चगटे इलाके में स्थित ऑफिस से इमरान खान कि सारी तस्वीरों को हटाने का निर्णय लिया है. दरअसल CCI ने अपने दफ्तर परिसर में एक ऑल राउंडर रूम तैयार किया है, जिसमें दुनिया के बेहतरीन हरफनमौला खिलाड़ियों की तस्वीरें मौजूद हैं. 


CCI के सेक्रेटरी सुरेश बाफना का कहना है के हम कुछ ही दिनों में इमरान खान की तस्वीरों को हटा देंगे और उसी जगह पर किसी और खिलाड़ी की तस्वीरों को लगाया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक यह बात पता चली है के इमरान खान कि तस्वीरो को विनोद मकांड के साथ बदला जाएगा.



सर्जिकल स्ट्राइक से काम नहीं चलने वाला: शिवसेना
पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद की स्थिति पर चर्चा के लिए बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शिवसेना ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से कहा कि वह सिर्फ सर्जिकल स्ट्राइक करने से नतीजे नहीं निकलने वाले और वक्त आ गया है कि लाहौर और इस्लामाबाद सहित पाकिस्तान के अंदरूनी हिस्सों में हमले किए जाएं.



केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक में शिरकत करने के बाद शिवसेना के सांसद संजय राउत ने पत्रकारों को बताया कि नरेंद्र मोदी सरकार को वह करना चाहिए जो पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने किया था. 


राउत ने कहा, ‘सिर्फ सर्जिकल स्ट्राइक से काम नहीं चलने वाला, अब लाहौर और इस्लामाबाद तक हमले करने होंगे. मोदी सरकार को वह करना चाहिए जो इंदिरा गांधी की सरकार ने किया था.’


गौरतलब है कि इंदिरा गांधी के शासनकाल में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ 1971 का युद्ध जीता था. 


भारत ने जम्मू-कश्मीर के उरी में थलसेना की शिविर पर हुए आतंकवादी हमले के जवाब में 2016 में पाकिस्तान से लगी सीमा के पार आतंकवादी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी.