नई दिल्ली: चक्रवात यास (Cyclone Yaas) के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज (रविवार को) सुबह आपातकालीन बैठक बुलाई. इसमें चक्रवात ‘यास’ से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की गई. इस बैठक में नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी, टेलीकॉम, पॉवर, सिविल एविएशन और अर्थ साइंसेस मंत्रालय के सचिव शामिल हुए. इसके अलावा गृह मंत्री और अन्य मंत्रियों ने भी बैठक में हिस्सा लिया.


पीएम मोदी ने अफसरों को दिए ये निर्देश


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पीएम मोदी ने अफसरों को निर्देश देते हुए कहा कि राज्यों के साथ मिलकर काम करें. समय रहते हाई-रिस्क वाले इलाकों से लोगों को निकालकर सुरक्षित जगहों तक पहुंचाया जाए. वहीं प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की तरफ से कहा गया कि एनडीआरएफ ने चक्रवात ‘यास’ से निपटने के लिए 46 टीमों को पहले से ही काम में लगाया हुआ है. 13 टीमें आज हवाई मार्ग से जा रही हैं. इसके अलावा भारतीय तटरक्षक बल, नौसेना ने राहत, खोज, बचाव अभियानों के लिए जहाजों और हेलीकॉप्टरों को तैनात किया है.


बंगाल और ओडिशा के तट से टकराएगा चक्रवात 'यास'


बता दें कि बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के चक्रवातीय तूफान यास (Yaas) में बदलने की संभावना है. यास के 26 मई को पश्चिम बंगाल (West Bengal) और ओडिशा (Odisha) तट तक पहुंचने का अनुमान है.


पश्चिम बंगाल सरकार ने चक्रवात ‘यास’ के मद्देनजर सभी एहतियाती कदम उठाए हैं और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) हालात का जायजा लेने के लिए खुद कंट्रोल रूम में मौजूद रहेंगी. अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी.


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सीएम ममता बनर्जी ने की तैयारियों की समीक्षा


राज्य सचिवालय में अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक करने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा कि संवेदनशील क्षेत्रों के लिए राहत सामग्री रवाना कर दी गई है. अधिकारियों को तटवर्ती और नदी क्षेत्रों के आसपास के लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने को कहा गया है.


चक्रवात 'यास' से निपटने के लिए भारतीय नौसेना तैयार


बता दें कि बंगाल की खाड़ी में बन रहे चक्रवाती तूफान 'यास' के संभावित खतरे से निपटने के लिए भारतीय नौसेना ने अपने चार युद्धपोतों के अलावा कई विमानों को भी तैनात किया है. इस तूफान के 26 मई को पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों से टकराने की आशंका है.


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इस सप्ताह की शुरुआत में देश के पश्चिमी तट पर आए भीषण चक्रवात 'ताउते' के बाद भारतीय नौसेना ने बड़े पैमाने पर राहत और बचाव अभियान चलाया था. चक्रवात के कारण महाराष्ट्र, गुजरात, केरल, कर्नाटक और गोवा में भारी तबाही हुई थी.


नौसेना ने कहा कि तूफान के संभावित खतरे से निपटने के लिए बाढ़ राहत और बचाव की आठ टीमों के अलावा गोताखोरों की चार टीमों को ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भेजा गया है. 
तूफान प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के लिए नौसेना के विमानों को विशाखापट्टनम में आईएनएस पर तैनात किया गया है. जबकि चेन्नई के पास आईएनएस राजाली पर विमानों को तैयार रखा गया है. इनके जरिए राहत और बचाव अभियान चलाने के अलावा राहत सामग्री भी बांटी जाएगी.


(इनपुट- भाषा)


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