दलित के बेटे ने क्रिकेट बॉल को उठाया तो लोगों ने की पिटाई, काट डाला पिता का अंगूठा
Dalit man’s thumb chopped: मजदूरी करने वाले धीरज कुमार परमार ने कहा कि परिवार अपने आठ साल के भतीजे का जन्मदिन मनाने के लिए स्कूल के मैदान के पास इकट्ठा हुआ था. कुलदीप सिंह राजपूत नाम का आरोपी मैच देखने के दौरान लड़के द्वारा गेंद को उठाने के बाद गुस्से में आ गया और उसे धमकियां देने लगा.
गुजरात के पाटन जिले में दलित बच्चे द्वारा क्रिकेट की बॉल को छूने पर कुछ लोगों ने उसके पिता का अंगूठा काट डाला. घटना रविवार की है. पाटन जिले के काकोशी गांव में स्थित एक स्कूल में चल रहे मैच के दौरान एक बच्चे ने क्रिकेट गेंद को उठाया जिसके बाद विवाद हो गया और कुछ लोगों के ग्रुप ने कथित तौर पर बच्चे के पिता का अंगूठा काट दिया.
पीड़िता की पहचान पुलिस ने कीर्ति परमार के रूप में हुई है. कीर्ति के भाई धीरज कुमार परमार के साथ भी मारपीट की गई. उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज की. सिद्धपुर के डीएसपी के के पांड्या ने कहा कि पुलिस ने 7 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से 4 को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है.
मजदूरी करने वाले धीरज कुमार परमार ने कहा कि परिवार अपने आठ साल के भतीजे का जन्मदिन मनाने के लिए स्कूल के मैदान के पास इकट्ठा हुआ था. कुलदीप सिंह राजपूत नाम का आरोपी मैच देखने के दौरान लड़के द्वारा गेंद को उठाने के बाद गुस्से में आ गया और उसे धमकियां देने लगा.
एफआईआर के मुताबिक, हमलावरों ने हमले के दौरान जातिसूचक गालियां भी दीं. धीरज ने कहा कि उनके दखल के बाद मामला शांत हुआ. हालांकि, इस घटनाक्रम के बाद कुछ लोगों ने अलग-अलग जगहों पर उन पर हमला किया.
केस के मुताबिक, आरोपियों में कुलदीप सिंह राजपूत, सिद्धराज सिंह, राजू उर्फ राजदीप दरबार, जशवंत सिंह राजपूत, चकुबा लक्ष्मणजी और महेंद्र सिंह का नाम शामिल है. इन आरोपियों पर दंगा करने, ख़तरनाक हथियारों से चोट पहुंचाने और अत्याचार अधिनियम की धाराओं में आरोप है.
इस बीच, आरोपियों में से एक सिद्धराज सिंह ने कीर्ति परमार और अन्य के खिलाफ भी शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने आरोप लगाया कि कीर्ति परमार ने कुलदीप सिंह पर तलवार से प्रहार करने का प्रयास किया था और सिद्धराज सिंह ने उसे रोकने के प्रयास में हथियार से कोहनी पर हमला किया. काकोशी थाने के एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है.