नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोरोना के कारण हालात हर दिन हो रही है खराब होते जा रहे हैं. बुधवार 14 अप्रैल को दिल्ली में कोरोना के 17 हजार से अधिक नए केस सामने आए. इसके साथ कोरोना वायरस के मामलों ने अबतक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. 


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राजधानी में पहली बार एक दिन में 17 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए. दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 17,282 नए मामले सामने आए हैं और 104 मरीजों की मौत हुई है.


सीएम केजरीवाल की समीक्षा बैठक


दिल्ली में बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज सुबह 11 बजे उपराज्यपाल के साथ समीक्षा बैठक के माध्यम से चर्चा करेंगे. इसके अलावा 12 बजे स्वास्थ्य मंत्री, मुख्य सचिव एवं वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भी कोरोना की वर्तमान स्थिति पर बैठक करेंगे.


बुधवार को दिल्ली में कोरोना के रिकॉर्ड तोड़ मामले दर्ज हुए हैं. 24 घंटों में 17,282 नए मामले सामने आए और 104 मरीजों की मौत हुई. मंगलवार को दिल्ली में 13,468 नए मामले सामने आए थे.


पहली बार एक्टिव मरीजों की संख्या 50,000 के पार पहुंची


30 नवंबर के बाद कोरोना मरीजों की मौत का यह आंकड़ा सबसे ज्यादा है. 30 नवंबर को 108 मरीजों की मौत हुई थी. दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट करीब 16 फीसदी हो गया है दिल्ली में पहली बार एक्टिव मरीजों की संख्या 50,000 के पार पहुंची है.


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कोविड बेड्स की स्थिति


दिल्ली सरकार ने आदेश अस्पतालों से बैंक्वेट हॉल जोड़े जाएं जिससे बेड्स की संख्या बढ़ाई जा सके. सरकार ने दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में कोविड-19 बेड्स की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है.


दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने जानकारी दी है कि कुल 13 हजार बेड तैयार हैं. अभी संख्या और भी बढ़ाई जा रही है. राजधानी में वेंटिलेटर की कमी नहीं है, सरकार की जो ऐप है उसपर डाटा बिल्कुल सही है. जांच रिपोर्ट में देरी पर मंत्री ने कहा कि अधिकतर रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर आ रही हैं, जहां देरी है वहां पर एक्शन लेंगे.


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फिर शुरू हुआ पलायन


दिल्ली में हालात बिगड़ते देख और पाबंदियों के बीच बड़ी संख्या में पलायन हो रहा है. आनंद विहार बस स्टेशन हो या फिर दिल्ली का रेलवे स्टेशन बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर यूपी-बिहार और झारखंड लौट रहे हैं. मजदूरों का कहना है कि जिस तरह हालात बिगड़ रहे हैं, उससे लॉकडाउन का खतरा है और ऐसे में वक्त से घर वापसी ही सही रास्ता है.