देश में हर घंटे 5 रेप, फिर रेपिस्टों को सजा देने में इतनी देरी क्यों?
देश में रेप के मामले जितनी तेजी से बढ़ रहे हैं, उस हिसाब से रेपिस्टों को सजा नहीं मिल रही है. निर्भया केस जैसे मामले में सात साल बाद भी रेपिस्टों को सजा नहीं हुई है. दिल्ली की एक अदालत ने बुधवार को निर्भया केस की सुनवाई करते हुए पीड़िता की मां से कहा, `हम जानते हैं कि किसी की मृत्यु हुई है, लेकिन उन्हें (दोषियों को) कुछ कानूनी अधिकार हैं.`
नई दिल्ली: देश में रेप के मामले जितनी तेजी से बढ़ रहे हैं, उस हिसाब से रेपिस्टों को सजा नहीं मिल रही है. निर्भया केस जैसे मामले में सात साल बाद भी रेपिस्टों को सजा नहीं हुई है. दिल्ली की एक अदालत ने बुधवार को निर्भया केस की सुनवाई करते हुए पीड़िता की मां से कहा, 'हम जानते हैं कि किसी की मृत्यु हुई है, लेकिन उन्हें (दोषियों को) कुछ कानूनी अधिकार हैं.' अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सतीश कुमार अरोड़ा ने सात जनवरी के लिए मामले को स्थगित कर दिया. उन्होंने तिहाड़ जेल के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे दोषियों को नए सिरे से नोटिस जारी कर उनके कानूनी उपायों का उपयोग करने का समय प्रदान करें.
इसपर निर्भया के पिता बद्रीनाथ सिंह ने कहा, 'तसल्ली तो अभी भी नहीं है, क्योंकि जब तक पटियाला हाउस कोर्ट में मामले की निपटारा नहीं हो जाता तब तक मन को तसल्ली नहीं मिलेगा.'
निर्भया की मां आशा देवी ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटीशन खारिज हो गई और मैं इस फैसले का स्वागत करती हूं और एक कदम इंसाफ के नजदीक पहुंच गए अभी अभी-अभी पटियाला हाउस कोर्ट में सुनवाई हुई है और उम्मीद करते हैं कि यहां भी उनका डिसीजन हो जाएगा की दोषियों को कब फांसी होगी.'
निर्भया की मां ने आगे कहा, '7 साल से मैं संघर्ष कर रही हूं. 1 साल से मैं पटियाला कोर्ट में दौड़ रही हूं, लेकिन कोर्ट को हमारा अधिकार दिखाई नहीं देता उनका अधिकार दिखाई देता है कोर्ट ने 7 तारीख को डेट दी है और कोई गारंटी नहीं है उस दिन भी उनको सजा मिलेगी.'
कांग्रेस नेता सुष्मिता देव ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट का जो आज फैसला आया है मैं उसका स्वागत करती हूं क्योंकि 7 साल से निर्भया के माता-पिता जिस तरह से मानसिक टेंशन से गुजर रहे हैं उसका अंत होना चाहिए.'
दोषियों के वकील ए पी सिंह ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट में सभी मेरिट थीं, लेकिन मुझे समझ आ रहा है जनता के दबाव के आगे सारी मेरिट खत्म हो जाती है. ये फांसी का जो नोटिस जारी किया दिल्ली सरकार ने अपनी राजनीति के लिए किया है.'
निर्भया की वकील एडवोकेट सीमा कुशवाहा ने कहा, 'हम उम्मीद कर रहे हैं आने वाले जनवरी में 2020 में जनवरी में यह मैटर पूरी तरह से क्लोज होगा और उनके डेथ सेंटेंस का एग्जीक्यूशन का आर्डर मिलेगा.'
वकील आभा सिंह ने कहा, 'इस देश की महिलाओं के दर्द को समझा रिव्यू पिटिशन को खारिज किया लेकिन इसके बाद उस आरोपी के जो वकील है क्यूरेटिव पिटिशन की बात करते हैं और मर्सी पिटिशन की बात करते हैं तो मैं चाहूंगी कि इस तरह के जो प्रावधान है वह रेपिस्ट को ना दिए जाएं क्योंकि इससे इनका मनोबल बढ़ता है और देश में क्राइम बढ़ता है.'
रेप के आंकड़े बयां कर रही पूरी सच्चाई
साल केस हर दिन हर घंटे
2011 24,206 66 2.8
2012 24,923 68 2.8
2013 33,707 92 3.8
2014 36,735 101 4.2
2015 34,651 95 4.0
2016 38,947 107 4.4
2017 32,559 89 3.7
(स्रोत- NCRB)
15 अगस्त को PM मोदी ने कहा था-:
बेटी को तो सैकड़ों सवाल मां-बाप पूछते हैं, लेकिन क्या कभी मां बाप ने अपने बेटे को पूछने की हिम्मत की है. कहां जा रहे हो, क्यों जा रहे हो, कौन दोस्त है, आखिर बलात्कार करने वाला किसी ना किसी का बेटा तो है. उसके भी तो मां बाप हैं क्या मां बाप के नाते हमने अपने बेटों से पूछा कि तुम क्या कर रहे हो, कहां जा रहे हो, अगर हम मां बाप तय करें कि हमने बेटियों पर कितने बंधन डाले हैं, कभी बेटों पर भी तो डालकर देखो तो सही उसे कभी पूछो तो सही.
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