नई दिल्‍ली: उत्‍तरी दिल्‍ली के बुराड़ी इलाके में भाटिया परिवार के 11 सदस्‍यों की सामूहिक आत्‍महत्‍या का मामला मर्डर में बदल सकता है. पुलिस अब तक की जांच के बाद इस नतीजे पर पहुंची है कि घर में कोई न कोई बाहरी व्‍यक्ति जरूर मौजूद था जब परिवार के सदस्‍यों ने फांसी लगाई. भाटिया परिवार के सदस्‍यों ने भी पुलिस से हत्‍या के एंगल से जांच करने की दरख्‍वास्‍त की है. इसके लिए उन्‍होंने बाकायदा लिखित अपील दिल्‍ली पुलिस को दी है. पुलिस के मुताबिक घटनाक्रम में कई लिंक मिसिंग हैं. इसलिए अब परिवार की अपील पर पुलिस नए एंगल से जांच करेगी. पुलिस ने बताया कि मामले में आईपीसी की धारा 302 भी लगाई गई है.


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प्रतिभा के गले पर कटे के निशान
परिवारवालों का दावा है कि जिस प्रकार नारायणी देवी का शव मिला उससे लगता है कि उनका गला बेल्‍ट से दबाया गया जबकि प्रतिभा के गले पर कटे का निशान था. ऐसा लगता है कि उसका पहले गला काटा गया फिर फंदे में लटका दिया गया.


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परिवार ने यह भी दावा किया कि ललित का हाथ जिस रस्‍सी से बंधा था वह ढीली थी. परिवार के सदस्‍यों ने कहा कि वह अंत्‍येष्टि की रस्‍म पूरी करने के बाद दिल्‍ली पुलिस के वरिष्‍ठ अफसरों से मिलेंगी.


फिंगरप्रिंट चेक करने की अपील
टाइम्‍स ऑफ इंडिया ने परिवार के सदस्‍यों के हवाले से कहा कि जब परिवार के सदस्‍यों ने 2.5 फुट के स्‍टूल पर खड़े होकर फांसी लगाई तो फिर उनका शरीर जमीन पर कैसे पहुंच गया. परिवार ने देवी के शरीर पर बंधे तार व बेल्‍ट के फिंगरप्रिंट चेक करने को भी कहा है.


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यह भी जांच की जाए कि किसने कुत्‍ते को छत पर बांधा क्‍योंकि वह ज्‍यादातर कमरे में रहता था. उस रात 2 बजे से 4 बजे के बीच बिजली गई थी, परिवार को यह साजिश लग रही है. सीसीटीवी का कनेक्‍शन भी दो दिन पहले काट दिया गया था.