हवा की रफ्तार कम, फिर खराब हुई दिल्ली की हवा
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, शहर में समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 443 रहा, जो गंभीर श्रेणी में आता है.
नई दिल्ली: दिल्ली में हवा की गति कम होने के कारण गुरुवार को वायु गुणवत्ता और खराब होकर ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई. अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, शहर में समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 443 रहा, जो गंभीर श्रेणी में आता है.
उल्लेखनीय है कि समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 100 और 200 के बीच होता है तब उसे ‘मध्यम’ श्रेणी का माना जाता है, 201 और 300 के बीच होने पर ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’, जबकि 401 और 500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी का माना जाता है.
हवा की गुणवत्ता रविवार तक गंभीर थी लेकिन हवा की गति सुधरकर 20 किमी प्रति घंटे होने से वायु गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ और मंगलवार तक यह 'खराब' श्रेणी तक आ गयी थी. बुधवार को हवा की गति कम होने से हवा की गुणवत्ता फिर से खराब हो गई और बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गई.
सीपीसीबी ने कहा कि गुरुवार को वायु गुणवत्ता 31 इलाकों में ‘गंभीर’ श्रेणी, जबकि दो इलाकों में ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, गाजियाबाद, फरीदाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई, जबकि गुड़गांव में 'बहुत खराब' वायु गुणवत्ता दर्ज की गई.
दिल्ली में पीएम 2.5 का स्तर 345 है, जबकि पीएम 10 का स्तर 513 दर्ज किया गया. केंद्र सरकार द्वारा संचालित वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान प्रणाली (सफर) ने कहा कि पूरे दिल्ली में समग्र एक्यूआई गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया है.
(इनपुट - भाषा)