जिस कमरे में मुख्य सचिव को पीटा गया, वह केजरीवाल की गुफा- कपिल मिश्रा का ट्वीट
दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से मारपीट के मामले में जांच के लिए शुक्रवार को दिल्ली पुलिस की टीम मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पहुंचने के बाद पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने एक ट्वीट किया है.
नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से मारपीट के मामले में जांच के सिलसिले में दिल्ली पुलिस के शुक्रवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पहुंचने पर पार्टी के पूर्व विधायक एवं सरकार में मंत्री रहे कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया. मिश्रा ने ट्वीट कर केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि 'सूत्र बताते हैं कि जिस कमरे में मुख्य सचिव की पिटाई की गई, उसे "केजरीवाल की गुफा" कह सकते हैं.'
कपिल मिश्रा ने ट्विटर पर कहा, वहां कोई कैमरा, CCTV नहीं. केजरीवाल अपनी ज्यादातर "सीक्रेट डील" इसी कमरे में करते हैं. बहुत कम लोगों को इजाजत है इस कमरे में जाने की.
उन्होंने अगले ट्वीट में कहा, 'रात को घर बुलाकर मुख्य सचिव को धोया, पकड़े जाने पर रोते हो कहां गया जज लोया.
अपने अगले ट्वीट में उन्होंने कहा कि 'जब बचने की ना दिखे कोई राह, तो बोलो ज़ुल्मी है अमित शाह.' उन्होंने केजरीवाल से सवाल पूछते हुए लिखा है कि रात को वो मीटिंग अमित शाह ने बुलाई थी? चीफ सेकेट्री को वहां क्या अमित शाह ने बुलाया था? आपके विधायको का दिमाग क्या अमित शाह ने हैक कर लिया था? आपकी जुबान और हाथ अमित शाह ने पकड़ लिए थे?.
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सलाहकार वीके जैन के बयान के बाद मामले ने नया मोड़ ले लिया है. इस मामले की जांच के लिए शुक्रवार को दिल्ली पुलिस की टीम मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पहुंची. यहां दिल्ली पुलिस सीएम केजरीवाल के स्टॉफ से पूछताछ कर रही है. कहा जा रहा है कि पुलिस इस मामले में मुख्यमंत्री केजरीवाल से भी पूछताछ कर सकती है. पुलिस मुख्यमंत्री आवास पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की भी जांच कर रही है, ताकि घटना से जुड़े अहम पहलुओं को जांचा जा सके.
मेरे सामने अंशु प्रकाश से मारपीट हुई- वीके जैन
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सलाहकार वीके जैन ने शुक्रवार को दिल्ली की एक अदालत में दिए अपने बयान में कहा था कि 'उनके सामने मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से मारपीट हुई थी'. इस मामले में गुरुवार (22 फरवरी) को दिल्ली की तीस हजारी अदालत ने AAP विधायक प्रकाश जारवाल और अमानतुल्लाह खान को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया था. अदालत ने साथ ही उनकी जमानत याचिकाओं पर अपना फैसला शुक्रवार तक सुरक्षित रख लिया.