नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election 2020) में भारी जीत दर्ज कराने के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal)  रविवार को एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं. केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह में शिक्षकों के शामिल होने के निर्देश जारी किए गए हैं. ये निर्देश शिक्षा निदेशालय, दिल्ली ने जारी किया है. 


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निर्देश में कहा गया है कि सभी स्कूलों के प्रमुखों से अनुरोध है कि वो 16 फरवरी को होने वाले दिल्ली के CM के शपथ ग्रहण समारोह में 20 शिक्षकों के साथ हिस्सा लें. जिसमें उप-प्रधानाचार्य, उद्यमिता माइंडसेट पाठ्यक्रम समन्वयक, हैप्पीनेस कोऑर्डिनेटर, शिक्षक विकास समन्वयक शामिल हों. 



हालांकि शपथ ग्रहण समारोह में इस तरह शिक्षकों को बुलाना विपक्ष को रास नहीं आ रहा है. भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने कहा कि, ''सरकार के शपथ ग्रहण में टीचर्स आएं ये अच्छी बात हैं. लेकिन सरकारी ऑर्डर निकालकर जबरदस्ती टीचर्स को लाया जाए. टीचर्स की हाजिरी रामलीला मैदान में लगाई जाए. ये एक गलत परंपरा की शुरुआत है. शपथ ग्रहण को ऐसे "अनावश्यक ग्रहणों" से मुक्त रखना चाहिए.''



उधर, सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को भी निमंत्रण पत्र भेज दिया गया है. केजरीवाल रविवार सुबह 10 बजे अपने कैबिनेट के साथ तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे. दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप ने 70 में से 62 सीटों पर जीत हासिल की है.


गौरतलब है कि दिल्ली के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बीते सरकार में रहे सभी कैबिनेट मंत्रियों को मंत्रिमंडल में बनाए रखेंगे. आम आदमी पार्टी (आप) नेता ने कहा कि सभी कैबिनेट मंत्री केजरीवाल के साथ 16 फरवरी को शपथ लेंगे.


नेता ने कहा, "केजरीवाल कैबिनेट मंत्रियों को बनाए रखेंगे. इसमें मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, कैलाश गहलोत, गोपाल राय व राजेंद्र पाल गौतम व इमरान हुसैन शामिल हैं." यह पुष्टि केजरीवाल द्वारा अपने कैबिनेट में नए चेहरों को शामिल करने के बीच आई है. नेता ने कहा, "केजरीवाल का मानना है कि लोगों ने सरकार व इसके कार्य को पसंद किया है. इसलिए हमने फैसला किया है कि कैबिनेट मंत्रियों को बनाए रखा जाएगा."