नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि लोकतंत्र ‘नमोतंत्र’ में तब्दील हो गया है और देश में स्थिति आपातकाल से भी ज्यादा खराब है. साथ ही उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को सत्ता से बेदखल करने के लिए विपक्ष राष्ट्रीय स्तर पर एकजुट होकर लड़ेगा. 


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यहां जंतर-मंतर पर आयोजित आम आदमी पार्टी (आप) की महा रैली में तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने कोलकाता के पुलिस आयुक्त राजीव कुमार से उनके घर पर पूछताछ करने के सीबीआई के असफल प्रयास को लेकर भी केंद्र पर हमला बोला और कहा कि उन्होंने किसी भी सरकार को ‘इतना नीचे गिरते’ नहीं देखा. 


लोकसभा के अनिश्चितकाल तक स्थगित होने के बाद उन्होंने कहा, 'संसद में निर्वाचित नेता के तौर पर आज प्रधानमंत्री का आखिरी दिन था.' ममता बनर्जी ने कहा, 'हर कोई गब्बर सिंह से डरता है. ऐसे दो गब्बर सिंह हैं - (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी और (बीजेपी अध्यक्ष अमित) शाह.'


टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू, नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारुक अब्दुल्ला, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार और सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने रैली में अपनी-अपनी बातें कहीं. 


 


वाम नेताओं ने किया रैली को संबोधित 
रैली को संबोधित करते हुए सीपीआई नेता डी. राजा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में संविधान खतरे में है. पीएम मोदी के शासन में संसद का मान घटा है और उसकी भूमिका को भी नजरअंदाज किया गया. राजा ने कहा कि बीजेपी का सत्ता में होना संविधान और लोकतंत्र के लिए खतरा है. उन्हें परास्त करना होगा . 


सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने आरोप लगाया कि बीजेपी भाई-भाई को लड़ाकर दु:शासन की राजनीति कर रही है. उन्होंने कहा कि बेहतर भारत के लिए इस सरकार को बदलने की जरूरत है. देश को बचाने के लिए ‘चौकीदार’ को हटाना होग. येचुरी ने कहा, 'बीजेपी कौरव सेना की तरह है लेकिन पांडव (विपक्ष) उन्हें परास्त करेंगे और देश को बचाऐंगे.' सबसे दिलचस्प यह रहा कि ममता बनर्जी के पहुंचने के कुछ मिनट पहले दोनों वाम नेता मंच से उतर गए.


(इनपुट - भाषा)