नई दिल्ली: उत्तराखंड के देहरादून निवासी आशीष कुकरैती  (27) के रूप में हुई है. इसके पास से पुलिस ने तीन मोबाइल फोन और एक एटीएम कार्ड बरामद किया है. द्वराका जिले के डीसीपी ऐंटो अल्फोंस ने बताया कि गुरुग्राम की एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाली युवती ने मोहन गार्डन थाने में ठगी की शिकायत दर्ज करवाई.शिकायत में उसने बताया कि मेट्रीमोनियल साइट के जरिए उसकी अशोक वर्मा नाम के व्यक्ति से बात हुई.  जिसने उसे बताया कि वह कारोबारी है और उसकी वार्षिक आमदनी एक करोड़ रुपये हैं.


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बातों के जरिए विश्वास जीतने के बाद एक दिन उसने कुछ समस्या बताकर पचास हजार रुपये अकाउंट में डालने के लिए कहा.  पीडि़ता ने रुपये डाल दिए. उसके बाद उसे पता चला कि वह ठगी का शिकार हो गई है.  एसीपी सुंदर सिंह यादव के नेतृत्व में पुलिस ने जांच शुरू की. पुलिस ने मेट्रीमोनियल साइट के जरिए उसके आईपी एड्रेस का पता लगाया.


इसके अलावा बैंक अकाउंट की जांच की. साथ ही पुलिस ने उन एटीएम बूथ पर लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच की जिसपर आरोपी ने अपने अकाउंट से रुपये निकाले थे. तकनीकी जांच के जरिए पुलिस ने आरोपी की पहचान देहरादून निवासी आशीष कुकरेती के रूप में की. पुलिस ने देहरादून जाकर उसके घर पर दबिश दी.


जहां पता चला कि वह जयपुर और दिल्ली में अपने मेट्रीमोनियल साइट के दोस्तों से मिलने गया है. पुलिस ने तकनीकी जांच के जरिए आरोपी को पटपडग़ंज से गिरफ्तार कर लिया.  


अमीर कारोबारी का प्रोफाइल लगाकर कर रहा था ठगी
पूछताछ में आशीष ने बताया कि वह एक अमीर कारोबारी के प्रोफाइल को अपना प्रोफाइल बताकर मेट्रीमोनियल साइट पर लगाया था. उसने फेसबुक से कारोबारी का फोटो लेकर उसमें लगा दिया था. ताकि किसी को भी शक न हो. उसने कंपनी का होमपेज और अपना नंबर गुगल पर अपलोड कर दिया था.


युवतियों से बातचीत करने के दौरान वह गुगल पर उसे सर्च करने के लिए कहता था. वह युवतियों से मोबाइल और सोशल मीडिया पोर्टल पर बात करता था. उसका मकसद युवतियों को अपनी बातों में फंसा कर ठगी करने का था. खुद को अमीर दिखाने के लिए वह लड़कियों के व्हाट्सऐप पर कोठी और कारों का फोटो डालता था.


इस बीच कुछ पीडि़त कारोबारी से भी संपर्क कर लिया. कारोबारी को इस बात की जानकारी नहीं थी कि कोई उसके फोटो और प्रोफाइल का इस्तेमाल कर ठगी की वारदात करने में कर रहा है.  कारोबारी ने भी इस बाबत पुलिस को शिकायत दी.