नई दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण से लड़ाई जारी रखते हुए वाहनों से उत्पन्न होने वाले प्रदूषण के हानिकारक प्रभावों को लेकर जागरूकता फैलाने और स्कूलों के पास वाहन रोक कर इंतजार करते समय इंजन बंद करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में एक अभियान चलाया जाएगा. एनजीओ ‘लंग केयर फाउंडेशन’ के अभियान ‘नो आइडलिंग’ का लक्ष्य दिल्ली-एनसीआर में स्कूलों के आसपास वायु प्रदूषण का कम करना है. इसे इस सप्ताह शुरू किए जाने की संभावना है.


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‘लंग केयर फाउंडेशन’ के सीईओ अभिषेक कुमार ने बताया कि यह अभियान बी.ई.एस.टी (ब्रीथ इजी स्टे टफ) क्लब स्कूल पहल का एक हिस्सा है. इसका लक्ष्य स्कूल के बाहर अभिभावकों, चालकों और अन्य लोगों द्वारा लाए गए उन वाहनों पर नजर रखना है, जिनके इंजनों को लोग स्कूलों के बाहर इंतजार करते समय बंद नहीं करते.


कुमार ने बताया कि केवल 10-20 मिनट की अवधि के बीच ही इन वाहनों के जरिए बच्चे उच्च स्तर के प्रदूषण की चपेट में आ जाते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘बच्चों के, वायु प्रदूषण के स्तर में अचानक बढ़ोतरी की चपेट में आने की सबसे अधिक आशंका होती है, जो कि उच्च वायु प्रदूषण की स्थिति से बहुत ऊपर है और साल भर शहर के अधिकांश हिस्सों में प्रबल रहता है.’’ 


एनजीओ के संस्थापक एवं छाती रोग विशेषज्ञ डॉ. अरविंद कुमार ने कहा, ‘‘बच्चों के इस तरह के प्रदूषण में आने के अस्थायी लक्षण कफ, खांसी, आंखों में जलन, सिरदर्द, एलर्जी और छींक आना है. अधिक समय तक अत्यधिक प्रदूषण के संपर्क में रहने से बच्चों को अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, मानसिक और शारीरिक विकास में कमी आदि जैसे रोग हो सकते हैं.’’ 


एनजीओ के निदेशक मातृश्री पी शेट्टी ने बताया कि यह अभियान नोएडा में ‘बाल भारती पब्लिक स्कूल’ के बीईएसटी क्लब द्वारा आयोजित ‘पहली दृश्य पहुंच’ के साथ शुरू होगा, जिसमें स्कूल और आसपास के चार अन्य स्कूल शामिल किए जाएंगे.