हम कांग्रेस को गठबंधन के लिए मनाकर थक गए, पता नहीं उनके मन में क्या है: केजरीवाल
रैली में केजरीवाल ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस और आप में गठबंधन हो जाए तो बीजेपी सातों सीटें हार जाएगी.
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली में कांग्रेस से गठबंधन के लिए आम आदमी पार्टी पुरज़ोर कोशिशों में लगी है, लेकिन कांग्रेस आम आदमी पार्टी को भाव नहीं दे रही. ऐसे में अब केजरीवाल कांग्रेस के सामने गिड़गिड़ाते नज़र आ रहे हैं. केजरीवाल ने दिल्ली की एक रैली में कहा, "वह कांग्रेस को गठबंधन के लिए मना-मनाकर थक गए! मुझे नहीं समझ आता उनके मन में क्या है".
दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने ये बात दिल्ली जामा मस्जिद के बाहर हुई एक रैली के दौरान कहीं. ये रैली पुरानी दिल्ली की मटियामहल विधानसभा के विधायक आसिम खान ने आयोजित की थी. रैली में केजरीवाल ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस और आप में गठबंधन हो जाए तो बीजेपी सातों सीटें हार जाएगी. जमानत जब्त हो जाएगी, लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा क्योंकि कांग्रेस गठबंधन को राजी नहीं हो रही.
केजरीवाल की रैली में बड़ी तादाद में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग थे, इसलिए केजरीवाल लगातार लोगों को समझाते रहे कि अगर बीजेपी को हराना है, तो कांग्रेस को वोट मत देना, क्योंकि दिल्ली में आम आदमी पार्टी ही बीजेपी को हरा सकती है. केजरीवाल ने रैली में यहां तक कह दिया कि अगर कांग्रेस दिल्ली में सातों सीटों पर बीजेपी को हराने में सक्षम है, तो वो सातों सीटे कांग्रेस के लिए छोड़ देंगे, लेकिन कांग्रेस ऐसी स्थिति में नहीं है.
कांग्रेस पर बरसते हुए केजरीवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस एसपी-बीएसपी को कमजोर करने गई है और दिल्ली में आम आदमी पार्टी को कमज़ोर कर रही है, इसलिए बीजेपी को हराने के लिए दिल्ली में आम आदमी पार्टी को वोट दे. यूपी में एसपी-बीएसपी के गठबंधन को वही पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी को.
दरअसल दिल्ली के विधानसभा चुनाव में 70 में से 67 सीट जीतने वाली आम आदमी पार्टी को लग रहा है कि दिल्ली में अकेले चुनाव लड़ने से वोट कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच बटेगा औऱ इसका सीधा फायदा बीजेपी को मिलेगा. इसलिए केजरीवाल कांग्रेस से गुहार लगा रहे है कि वो गठबंधन कर ले, लेकिन कांग्रेस को शीला दीक्षित पर भरोसा है और वो केजरीवाल को भाव नहीं दे रही.