Delhi News:  दिल्ली में एक बार फिर पिटबुल कुत्ते का आतंक दिखने का मिला.  इस बार महिंद्रा पार्क इलाके में 7 साल के एक बच्चे को पिटबुल ने घायल किया.  घर के गेट पर ही पिटबुल ने बच्चों के हाथ पर काटा, जिससे बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया. पीड़ित परिवार ने पुलिस को भी शिकायत दी, लेकिन इसके बाद भी पुलिस ने कोई भी कार्रवाई नहीं की. 


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भारत में पिटबुल कुत्ते को पालना पूरी तरीके से प्रतिबंधित है, लेकिन बावजूद इसके लोग कानून को तक पर रखकर पिटबुल कुत्ते को पलाते है और जब यह पिटबुल कुत्ता आसपास के लोगों पर हमला करता है. उस समय वह बहुत घातक साबित होता है. ताजा मामला दिल्ली के महिंद्रा पार्क थाना इलाके से सामने आया है, जहां पड़ोस में ही पाला जा रहा पिटबुल कुत्ते ने एक 7 साल के बच्चे को अपना शिकार बनाया. बच्चा अपने घर के बाहर ही खड़ा हुआ था. तभी अचानक पिटबुल ने उसे पर झपटकर हाथ पकड़ लिया और बुरी तरीके से काटने लगा.


इस पूरी घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है. परिवार के लोगों ने बच्चें को काफी छुड़ाने की कोशिश की थी, लेकिन तकरीबन 10 से 20 सेकंड तक बच्चों को पिटबुल नहीं छोड़ा और उसे काटता रहा. इसके चलते बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया.  7 साल का मासूम बच्चा जो पिटबुल के चंगुल से खुद को छुड़ा नहीं सका और उसके परिजनों ने बड़ी मशक्कत से जब बच्चे को पिटबुल के जबड़े से छुड़ाया तब तक बच्चा गंभीर रूप से घायल हो चुका था. बताया जा रहा है कि यह पिटबुल पड़ोस का परिवार पिछले कुछ महीना पहले लेकर आया था.


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यह कुत्ता आसपास के लोगों पर भी कई बार  झपट चुका है शिकायत पहले भी हुई, लेकिन परिवार इस खतरनाक ब्रेड के जानवर को यहां से हटाने के लिए तैयार ही नहीं है. 7 साल के मासूम बच्चे को जब पिटबुल ने काटा तो इस बात की जानकारी पुलिस कंट्रोल रूम में फोन करके दी गई. साथ ही थाने में भी शिकायत दी लेकिन, हैरानी की बात है कि हर बार की तरह इस बार भी इस मामले में पुलिस का लचर रवैया देखने को मिल रहा है.


बच्चों के हाथ पर बंधी हुई है पत्तियां भी इस बात की तस्दीक कर रही है कि पिटबुल की पकड़ कितनी घातक है. 10 सेकंड में बच्चों के हाथ पर गंभीर चोट पिटबुल के काटने से ही आई है. सीसीटीवी फुटेज भी सामने होने के बाद पुलिस अब तक कोई कार्रवाई नहीं कर रही है और परिवार पूरी तरीके से डरा हुआ है. बाहर निकलने से पहले भी कई बार सोचता है पीड़ित परिवार के दिल में इस तरीके से खौफ बस गया है कि पहले इस बात की भी तस्दीक करते हैं. कहीं पिटबुल आसपास तो नहीं और उसके बाद ही कोई अपने काम पर निकलता है.