Madan Mohan Malviya Hospital: मालवीय नगर में स्थित दिल्ली के सरकारी मदन मोहन मालवीय अस्पताल में 25 वर्षीय 9 माह की गर्भवती महिला और उसके पेट मे पल रहे बच्चे की मौत हो गई.  महिला का नाम मोनू देवी बताया जा रहा है. मौत के बाद परिवार वालों ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया. बाद में पुलिस को कॉल कर अस्पताल के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई. 


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परिवार वालों का कहना अस्पताल में नहीं था सीनियर डॉक्टर
मोनू देवी की सास और रिश्तेदार का आरोप है कि अस्पताल की लापरवाही के कारण दोनों की जान गई है. मृतक मोनू देवी की सास का कहना है कि उनकी बहु दूसरी बार गर्भवती हुई थी. जब से गर्भवती हुई थी. उस समय से लगातार उसका इसी अस्पताल में रेगुलर चेकअप होता आ रहा था. डॉक्टरों ने हमेशा कि तरह कहा कि सब कुछ नॉर्मल है. आज उनकी बहु के पेट में दर्द हो रहा था तो वे लोग उसे सुबह 9 बजे यहां लेकर आए, लेकिन अस्पताल में कोई भी सीनियर डॉक्टर नहीं था.


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परिवार के लोगों ने लगाया लापरवाही का आरोप
जूनियर डॉक्टर उनकी बहु का इलाज करने लगे. डॉक्टरों ने कई तरह की जांच और अल्ट्रासाउंड किए तब तक उनकी बहु की स्थिति पहले से ज्यादा खराब होने लगी. जिसके बाद परिवार वाले सीनियर डॉक्टर को बुलाने या फिर किसी दूसरे बड़े अस्पताल मे रेफर करने का आग्रह करने लगे, लेकिन वहां के डॉक्टरों ने उनलोगो की एक नहीं सुनी. जिस कारण उनकी बहु और उसके पेट मे पल रहा बच्चा दोनों ने दम तोड़ दिया. उसके बाद परिवार वालों ने जमकर हंगामा किया और पुलिस को बुलाया. पुलिस ने आने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करने का भरोसा देते हुए इन लोगों को शांत कराया.


मोनू देवी और उनके गर्भ में पलने वाला बच्चा तो अब इस दुनिया में नहीं है. परिवार के लोगों का रो रोकर बुरा हाल है और ये लोग इंसाफ की मांग कर रहे हैं. अब ये तो जांच का विषय है कि क्या इसमें सही में डॉक्टरों की लापरवाही है.


 Input: Mukesh Singh