Sushil Gupta News: मनोहर लाल सरकार के राज में 30 बार पेपर लीक होना शर्मनाक- सुशील गुप्ता
Haryana Hindi News: डॉ. सुशील गुप्ता ने कहा कि अब तक 30 बार पेपर लीक होना एचएसएससी के चेयरमैन को भी सवालों के घेरे में खड़े करते हैं. प्रदेश के युवा दिन-रात तैयारी करके परीक्षा की तैयारी करते हैं और पेपर का रिजल्ट आने से पहले ही पेपर लीक हो जाता है, परीक्षा रद्द कर दी जाती है या मामला कोर्ट में चला जाता है.
Haryana News: आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता ने मनोहर लाल सरकार में लगातार नौकरी भर्ती की लीक होती परीक्षाओं पर कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि मनोहर लाल सरकार के 9 साल के कार्यकाल में 30 के करीब अलग-अलग नौकरी भर्ती की परीक्षाएं लीक हो चुकी हैं. एक भी नौकरी की भर्ती बिना विवादों के संपन्न नहीं हुई है. प्रदेश के लाखों युवा हताश और निराश हैं. मनोहर लाल सरकार ने युवाओं की उम्मीदों पर पानी फेरने का काम किया है.
उन्होंने कहा कि मनोहर लाल सरकार सुनियोजित तरीके से नौकरी भर्ती परीक्षा लीक करवाती है. युवाओं से एडवांस में पैसे लेकर नौकरी भर्ती की परीक्षा लीक करवाकर अलग से तैयारी करवाई जाती है. ऐसा सरकार में बैठे लोग अपने लोगों को एडजस्ट करने की मंशा से करते हैं. अभी तक की सभी नौकरी भर्ती की परीक्षाओं में ये खेल चल रहा हैं. वहीं आम घरों के युवा के सपने धरे के धरे रह जाते हैं.
उन्होंने कहा कि इस कारण हरियाणा में बेरोजगारी चरम सीमा पर है. बेरोजगारी के मामले में हरियाणा देश में नंबर एक पर बना हुआ है. डी ग्रुप की ही परीक्षा में साढ़े 13 हजार पदों के लिए 13 लाख 75 हजार ने आवेदन किया था. इससे पता चलता है कि हरियाणा बेरोजगारों का प्रदेश बन गया है. मनोहर लाल सरकार ने बेरोजगार युवाओं की फौज खड़ी करने का काम किया है. आज बेरोजगारी के कारण युवा विदेशों में पलायन करने को मजबूर हो गए हैं.
ये भी पढ़ें: कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने के लिए कांग्रेस नवंबर में करेगी बड़ी रैली- दीपेंद्र
उन्होंने कहा कि मनोहर लाल सरकार में एचएसएससी के चेयरमैन पर भी पेपर लीक के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जाती. अब तक 30 बार पेपर लीक होना एचएसएससी के चेयरमैन को भी सवालों के घेरे में खड़े करते हैं. प्रदेश के युवा दिन-रात तैयारी करके परीक्षा की तैयारी करते हैं और पेपर का रिजल्ट आने से पहले ही पेपर लीक हो जाता है, परीक्षा रद्द कर दी जाती है या मामला कोर्ट में चला जाता है. युवा ओवरएज हो जाते हैं, ऐसी खराब स्थिति हरियाणा के अलावा देश में कहीं नहीं है.
उन्होंने कहा कि मनोहर लाल सरकार की युवाओं के प्रति उदासीनता पूरा हरियाणा देख रहा है, अगर अब भी कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन पर कोई कार्रवाई नहीं होती तो ये साबित हो जाएगा कि सरकार और कर्मचारी चयन आयोग की मिलीभगत से युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.
Input: Vijay Rana