सिंदूर और जनेऊ में फंसा `आदिपुरुष`, फिल्म का पोस्टर रिलीज होने के बाद मुंबई में FIR दर्ज
Adipurush Controversy: कायतकर्ता ने साकीनाका थाने में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की जीवनी पर बनाई गई इस फिल्म के निर्माता, निर्देशक और कलाकारों पर हिंदू धर्म की भावनाओं को आहात करने का आरोप लगाया है.
Adipurush Sindoor Janeu Vivad: बॉलीवुड फिल्म आदिपुरुष रिलीज होने से पहले ही विवादों में आ गई है. मुंबई के साकीनाका पुलिस स्टेशन में फिल्म के निर्माता, निर्देशक और कलाकारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. संजय दीनानाथ तिवारी ने खुद को सनातन धर्म का प्रचारक बताते हुए मुंबई हाईकोर्ट के एडवोकेट आशीष राय और पंकज मिश्रा के माध्यम से यह यह शिकायत दर्ज करवाई. फिल्म में एक्टर प्रभास श्रीराम के किरदार में नजर आएंगे. यह फिल्म 16 जून को रिलीज होगी.
शिकायतकर्ता ने फिल्म निर्माता पर हिंदू समाज की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया. दीनानाथ तिवारी ने फिल्म के पोस्टर पर आपत्ति जताते हुए कहा कि आदिपुरुष फिल्म को हिंदू धर्म पवित्र ग्रंथ "रामचरितमानस" मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की जीवनी पर बनाई गई है.
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हिंदू धर्म में पवित्र ग्रंथ 'रामचरितमानस' का विशेष महत्व है, क्योंकि सनातनी धर्म के जुड़े लोग कई युगों से रामचरितमानस का अनुसरण करते आ रहे हैं. हिंदू धर्म में 'रामचरितमानस' में उल्लेख मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीरामचंद्र और सभी पूजनीय पात्रों का विशेष महत्व है.
शिकायतकर्ता ने बताया है कि इस पोस्टर में श्रीराम को रामचरितमानस के प्राकृतिक भाव और स्वभाव के विपरीत वेशभूषा में दिखाया गया है. आदिपुरुष के पोस्टर में रामायण के सभी पात्रों को बगैर जनेऊ धारण किए ही दिखाया गया है. हिंदू सनातनी धर्म में जनेऊ का विशेष महत्व है, जिसका अनुसरण पुराणों के आधार पर सनातन धर्म के पालन करने वाले अनुयायियों द्वारा कई सदियों से किया जाता रहा है. रामचरितमानस के बालकांड में विशेष तौर से जनेऊ का वर्णन किया गया है |
दरअसल "आदिपुरुष" के रिलीज किए गए पोस्टर में अभिनेत्री कृति सेनन को माता जानकी (सीताजी) के पात्र में दिखाया गया है. पोस्टर में सीताजी को अविवाहित महिला की तरह बगैर सिंदूर के दिखाई दी हैं. इस प्रकार के कृत्य से सनातन धर्म और उसके अनुयायियों का अपमान किया गया. शिकायतकर्ता ने कहा कि भविष्य में इस फिल्म से गलत संदेश जाएगा और निश्चित तौर से भारत के विभिन्न राज्यों में लॉ एंड ऑर्डर को खतरा हो सकता है.