हरियाणा में चुनाव के बाद जब वोटिंग शुरू हुई तो कांग्रेस गलफहमी का शिकार हो गई. कांग्रेस नेताओं ने अजय माकन को जीत की बधाइयां देनी भी शुरू कर दी थीं, लेकिन फाइनल रिजल्ट आने के बाद कांग्रेस ने हार स्वीकार कर ली.
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विपुल चतुर्वेदी/नई दिल्ली: हरियाणा की दो राज्यसभा सीटों के लिए हुए चुनाव में अपने विधायकों को खरीद फरोख्त से बचाने के लिए कांग्रेस का न रिसोर्ट स्टे काम आया और न विधायकों की ट्रेनिंग. लाख प्रयासों के बावजूद आखिरकार कांग्रेस प्रत्याशी अजय माकन को हार का सामना करना पड़ा. शुक्रवार को वोटिंग के बाद जब बीजेपी और निर्दलीय प्रत्याशी ने जब चुनाव आयोग से दो कांग्रेस विधायकों-किरण चौधरी और बीबी बत्रा के वोट रद करने की मांग की. उन्होंने दोनों विधायकों पर वोटिंग के दौरान गोपनीयता भंग करने का आरोप लगाया.
इसके बावजूद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र हुड्डा जीत के प्रति आश्वस्त दिखे, लेकिन जब चुनाव आयोग ने ऑब्जर्वर/स्पेशल ऑब्जर्वर की रिपोर्ट का विश्लेषण करने, वीडियो फुटेज देखने के बाद निर्णय सुनाया, उसे सुन कांग्रेस की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा. दरअसल राज्यसभा की दो सीटों के लिए शुक्रवार को हरियाणा विधानसभा के कुल 90 सदस्यों में से 89 ने मतदान किया.
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लेकिन जब सारी शिकायतों को दूरकर वोटों की गिनती शुरू हुई तो एक वोट को कैंसिल होने के बाद बाकी बचे 88 वोटों के आधार पर फाइनल रिजल्ट घोषित किया गया. इस दौरान बीजेपी प्रत्याशी कृष्ण लाल पंवार को 31 वोट, बीजेपी-जेजेपी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा को 28 और कांग्रेस के अजय माकन को 29 वोट मिले. अब अगर सवाल यह है कि कार्तिकेय शर्मा से एक वोट ज्यादा मिलने के बावजूदअजय माकन को हार का सामना कैसे करना पड़ा तो आइये अब राज्यसभा चुनाव में वोटिंग का पूरा गणित समझने की कोशिश करते हैं.
जीत के लिए चाहिए थे 29.34 वोट
दरअसल, राज्यसभा चुनाव में आम जनता के बजाय राज्य में जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि (विधायक) वोट डालते हैं. संविधान के मुताबिक एक विधायक का वोट 100 के बराबर माना जाता है. कांग्रेस का एक वोट कैंसिल होने के बाद 88 वोट बचे. 88 वोटों को कुल प्रत्याशियों की संख्या से भाग करने पर आता है 29.34 यानी जीत के लिए प्रत्याशी को इतने ही वोट चाहिए थे. बीजेपी उम्मीदवार कृष्ण लाल पंवार को 31 वोट मिले. जबकि जीत के लिए चाहिए थे 29.34 वोट.
वहीं हरियाणा सरकार समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी कार्तिकेय शर्मा को 28 वोट मिले, लेकिन पंवार के अतिरिक्त 1.66 वोट कार्तिकेय शर्मा को मिल गए. इस इसलिए कार्तिकेय शर्मा के कुल वोटों की संख्या 29.66 पहुंच गई. जबकि अजय माकन को 29 वोट मिले. इस तरह उन्हें बहुत मामूली अंतर से हार का सामना करना पड़ा.
कुछ देर की खुशी चंद पलों में काफूर
इससे पहले कांग्रेस नेताओं ने अजय माकन को बधाइयां देनी भी शुरू कर दी थीं. हरियाणा कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से सत्यमेव जयते लिखकर ट्वीट भी किया गया. एक विधायक ने तो बधाई का वीडियो भी जारी कर दिया, लेकिन यह खुशी ज्यादा देर टिक नहीं पाई. घोषित अंतिम रिजल्ट में अजय माकन हार गए. इसके बाद पार्टी विधायक बीवी बत्रा ने कहा, पहले मिस कम्युनिकेशन हो गया था.
काउंटिंग में हमें 30 वोट मिले थे, बाद में 1 वोट कैंसिल हो गया, जबकि कांग्रेस के एक विधायक ने वोट नहीं डाला. वोट कैंसिल होने की वजह से अजय माकन चुनाव हार गए. आपको बता दें कि खरीद फरोख्त की आशंका के बाद हरियाणा कांग्रेस अपने विधायकों को रायपुर ले गई थी. इस बारे में पूछने पर पार्टी ने कहा था कि विधायकों को ट्रेनिंग के लिए रायपुर लाया गया है.
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