Ambala News: अंबाला छावनी की फिश मार्केट बनती जा रही है लोगों की समस्या का कारण
अंबाला छावनी की फिश मार्केट गंदगी का सबब बन गई है. सफाई कर्मियों द्वारा कूड़ा नहीं उठाए जाने से चारों तरफ बदबू फैल गई है. कूड़ा डालने वाली गाड़ी लगाने की नगर परिषद में बार-बार शिकायत करने के बावजूद भी अधिकारियों के कानों पर जूँ नहीं रेंगती. कूड़े से फैल रही बदबू के कारण लोगों के विरोध का सामना करना पड़ता है. मुख्य सफाई निरीक्षक रोजाना सफाई के दावे कर रहे हैं.
अंबाला कैंट के 12 क्रॉस रोड पर बनी फिश मार्केट से उठ रही बदबू के कारण आसपास के लोगों का जीना मुहाल हो रहा है. फिश मार्केट के दुकानदारों द्वारा नगर परिषद अधिकारियों से कूड़ा उठाने के लिए उचित व्यवस्था किए जाने की शिकायत के बावजूद उन पर कोई असर नहीं दिखाई दे रहा है. जगह-जगह फिश मार्केट के डिब्बो से उठने वाली बदबू आने जाने वाले लोगों के लिए मुसीबत बनी हुई है. फिश मार्केट के दुकानदारों का कहना है कि इस बदबू के कारण लोगों से भी उनका आए दिन झगड़ा होता रहता है. उनका कहना है कि फिश मार्केट बनाने से पहले जिला प्रशासन को सोचना चाहिए था कि इसके आसपास मंदिर व अन्य रिहायशी इलाका भी बसा हुआ है.
दुकानदारों का स्पष्ट तौर पर कहना है कि उन्होंने बार-बार नगर परिषद प्रशासन से गुहार लगाइ हैं कि इस मार्केट से निकलने वाले कूड़े को उठाने के लिए गाड़ी की व्यवस्था की जाए, लेकिन अधिकारियों पर इसका कोई असर दिखाई नहीं दे रहा है. दुकानदारों का आरोप है कि पहले उन्हें एक साइड पर बनी फिश मार्केट में फैक दिया गया है और ऊपर से यहां का कूड़ा भी नहीं उठाया जा रहा है. फिश मार्केट का कूड़ा उठाने के लिए उन्हें अलग से पैसे देने पड़ रहे हैं. वहीं साथ लग रहे नाला गंदगी होने की वजह से जाम हो गया है, जिसका पानी फिश मार्केट की तरफ फैल रहा है और यहां से दुर्गंध आ रही है इसे साफ करवाया जाए. उन्होंने नगर परिषद प्रशासन से गुहार लगाई है कि यहां बदबू को रोकने के लिए रोजाना फिश मार्केट का कूड़ा उठाया जाए.
दूसरी और नगर परिषद प्रशासन दुकानदारों के इन सभी आरोपी को नकार रहे हैं. मुख्य सफाई निरीक्षक विनोद बेनीवाल का कहना है कि फिश मार्केट में रोजाना सफाई के लिए एक सफाई कर्मचारी की ड्यूटी लगाई हुई है, जो रोजाना यहां से कूड़ा उठना है. दुकानदारों के सभी आरोप झूठे हैं. अब ऐसे में सवाल ये उठता है कि अगर जनता की शिकायतों का निवारण करने की बजाय अधिकारी उल्टा जनता को ही झूठा बताने लग जायें तो फिर जनता अपनी शिकायत लेकर कौन सा दरवाजा खटखटाए.
Input: Aman Kapoor